T20 World Cup 2022: टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारत – बांग्लादेश मैच के बाद खराब अंपायरिंग का मुद्दा गर्म है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने हार के लिए इसे दोषी ठहरा रहा है। साथ ही उसने कहा है कि वह इस मुद्दे को उचित फोरम पर उठाएगा, क्योंकि मैच के दौरान अंपायरों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज नुरुल हसन ने विराट कोहली पर फेक फील्डिंग का आरोप लगाया।
बांग्लादेश ने कहा है कि अंपायर मराइस इरास्मस और क्रिस ब्राउन इस घटना पर ध्यान नहीं दिया। बांग्लादेश की पारी के सातवें ओवर में अर्शदीप सिंह ने थ्रो किया तो प्वाइंट पर खड़े टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने ऐसा दर्शाया कि उन्होंने गेंद को कैच किया और नॉन स्ट्राइकर की ओर फेंक रहे हों। इसपर सोशल मीडिया पर काफी हंगामा हो रहा है। ऐसे में क्रिकेट एक्सपर्ट और कमेंटेटर हर्ष भोगले ने बांग्लादेश को नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि फेक फील्डिंग या गीला ग्राउंड का बहाने बनाने से फायदा नहीं होगा।
फेक फील्डिंग का आरोप
क्रिकबज के अनुसार बीसीबी के क्रिकेट ऑपरेशन हेड जलाल यूनुस ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि उनके कप्तान ने अंपायर इरास्मस को फेक फील्डिंग की घटना के बारे में सूचित किया, लेकिन स्टैंडिंग अंपायर ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा, “हमने इसके बारे में बात की है। आपने इसे टीवी में देखा है और सब कुछ आपके सामने हुआ है। फेक थ्रो के बार में हमने अंपायर्स को सूचित किया था, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया और यही कारण है कि उन्होंने रिव्यू नहीं किया। शाकिब ने इरास्मस के साथ इस बारे में बहुत चर्चा की और मैच के बाद भी उनसे बात की। “
अंपायर्स ने बांग्लादेश के अनुरोध को अनसुना किया
जलाल ने कहा कि अंपायर्स ने थोड़ी देर बाद से शुरू करने के बांग्लादेश के अनुरोध को अनसुना कर दिया। उन्होंने कहा, “शाकिब ने गीले मैदान के बारे में बात की थी और उन्होंने कहा कि वह कुछ और समय ले सकते हैं और मैदान को सूखने के बाद खेल शुरू करा सकते हैं। लेकिक अंपायर्स का फैसला अंतिम है और तर्क नहीं किया जा सकता था। केवल निर्णय लेना था कि आप खेलेंगे या नहीं। हम इस मुद्दे को उचित मंच पर उठाएंगे।
फेक फील्डिंग किसी ने नहीं देखा
क्रिकेट एक्सपर्ट हर्षा भोगले ने फेक फील्डिंग और गीला मैदान को लेकर ट्वीट करके कहा, ” फेक फील्डिंग की घटना पर सच तो यह है कि किसी ने नहीं देखा। अंपायर ने नहीं ध्यान दिया, बल्लेबाजों ने नहीं दिया और हमने भी नहीं दिया। नियम 41.5 के तहत फेक फील्डिंग को लेकर पेनाल्टी का प्रावधान है, लेकिन किसी ने इसे नहीं देखा। तो कोई क्या कर सकता है! मुझे नहीं लगता कि कोई मैदान गीला होने की शिकायत कर सकता है। शाकिब ने सही कहा था जब उन्होंने कहा कि उससे बल्लेबाजों को फायदा होना चाहिए। अंपायर्स और क्यूरेटर्स को खेल को तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि ऐसा करना संभव न हो। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया ताकि कम से कम समय बर्बाद हो। “
कोई बल्लेबाज अंत तक टिका होता तो बांग्लादेश जीत सकता था
भोगलले ने बांग्लदेश को नसीहत देते हुए कहा, ” इसलिए बांग्लादेश के दोस्तों कृपया फेक फील्डिंग या वेट कंडिशन को टारगेट तक न पहुंचने के कारण के रूप में न देखें। अगर कोई बल्लेबाज अंत तक टिका होता तो बांग्लादेश जीत सकता था। हम सब इसके दोषी हैं…. जब हम बहाने खोजते हैं तो हम आगे नहीं बढ़ते हैं।”