पाकिस्तान क्रिकेट टीम टी20 वर्ल्ड कप 2024 से बाहर हो चुकी है। ये टीम अपने खराब प्रदर्शन की वजह से ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पारी। पाकिस्तान को यूएसए और भारत के खिलाफ मैच गंवाना भारी पड़ गया और टीम इस स्थिति में आ गई जहां उसके लिए कोई रास्ता नहीं बचा था। पाकिस्तान की टीम के इस वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद इस टीम के खिलाड़ी इमाद वसीम ने स्वीकार किया कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान को जो हार मिली उसकी सबसे बड़ी वजह मैं ही था। उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी वजह से टीम हार गई और इसका उन्हें काफी अफसोस है।

पाकिस्तान को जब भारत से हार मिली थी उसके बाद इमाद वसीम को ही हार के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था क्योंकि उन्होंने काफी गेंदें खेल ली थी और कम रन बनाए और टीम को जीत तक नहीं ले जा सके। कनाडा के खिलाफ मुकाबले से पहले इमाद वसीम ने कहा कि यह सब मानसिकता पर निर्भर करता है कि आप किस तरह से खेलना चाहते हैं। या तो आप फायर विद फायर खेलते हैं या फिर अपने तरीके से खेलते हैं। वैसे मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि आपको फायर विद फायर तरीके से ही खेलना चािए और इसके बाद अगर आप हार भी जाते हैं तो आप बैठकर खुद से कह सकते हैं कि उस दिन हम इतने अच्छे नहीं थे।

असफलता के डर से छुटकारा पाना होगा

वसीम ने कहा कि समस्या ये है कि हमारी टीम इतनी अच्छी है, हमारे खिलाड़ी इतने अच्छे हैं कि हम किसी भी तरह का क्रिकेट खेलने में सक्षम हैं। हमने ऐसा करने की कोशिश नहीं की है, लेकिन बात यह है कि आपको ऐसा करने की कोशिश करनी होगी, आपको असफलता के डर से छुटकारा पाना होगा। हर चीज में चाहे वो बल्लेबाजी, गेंदबाजी, क्षेत्ररक्षण हो आपको असफलता के डर से छुटकारा पाना ही होगा। व्यक्तिगत बदलाव से कुछ नहीं बदलता सिर्फ मानसिकता बदलने से बहुत कुछ बदल सकता है। एक ही गेंद पर छक्का, चौका, एक रन बनाया जा सकता है और उसी गेंद पर विकेट भी लिया जा सकता है और डॉट बॉल भी हो सकती है।

गेम को गहराई तक ले जाना था प्लान

भारत से मैच के बारे में इमाद वसीम ने कहा कि गेम प्लान ये था कि हमें इसे डीप तक ले जाना था। विकेट खेलने के लिए अच्छा नहीं था और बल्लेबाजी मुश्किल थी। हमने कुछ प्लान बनाया था, लेकिन उसे एक्जक्यूट नहीं कर पा रहे थे। मैं आम तौर पर बल्लेबाजी करता हूं तो गेम को गहराई तक ले जाता हूं। अगर मैं दोनों छोर पर बाउंड्री लगाता तो खेल अलग होता। आम तौर पर दवाब की स्थिति में बॉलर कुछ गेंदें ऐसी फेंक देता है जिस पर चौका लग सकता है, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने ऐसा नहीं किया। मैं क्रीज पर रुका हुआ था क्योंकि मुझे पता था कि नया बल्लेबाज आकर शॉट नहीं लगा सकता, लेकिन नसीम शाह ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाए।

मैच फिनिश नहीं कर पाया

उन्होंने आगे कहा कि 17वें ओवर में रन बनाना एक अहम मोड़ था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम नहीं जीत पाए, लेकिन ये जीवन है और ये एक बड़ा मैच था। मैंने अपनी टीम को निराश किया क्योंकि आम तौर पर जब में इस तरह की स्थिति में होता हूं तो शांत रहता हूं और काम को फिनिश करता हूं, लेकिन इस बार मैं ऐसा नहीं कर पाया। मुझे अभी भी इसका पछतावा है और हमेशा रहेगा। कभी-कभी आप गलतियां करते हैं और ये जीवन है जिसमें ऐसा होता ही है। हम करीब थे, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए और मुझे इसका मलाल हमेशा रहेगा।