मुंबई इंडियंस के 19 साल के बल्लेबाज तिलक वर्मा ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएलध) में अपने दूसरे ही मैच में एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की। तिलक वर्मा इशान किशन का रिकॉर्ड तोड़कर मुंबई इंडियंस के लिए सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज बने। तिलक ने आईपीएल में दो मैच में ही कमाल कर दिया है। तिलक वर्मा के इस मुकाम तक पहुंचने में अप्रत्यक्ष रूप से कहीं न कहीं मिस्टर आईपीएल कहे जाने वाले सुरेश रैना का भी हाथ है।

तिलक वर्मा ने रैना के साथ साथ हुई उस मुलाकात का जिक्र किया। वह मुलाकात 2014 में हुई थी। तिलक वर्मा ने बताया कि उस मुलाकात ने कैसे उनकी किस्मत को बदल दिया। सुरेश रैना को निश्चित तौर पर याद नहीं होगा कि वह 2014 में उप्पल के एचसीए स्टेडियम में हैदराबाद के क्रिकेट कोच सलाम बायश या 12 साल के किसी बच्चे से मिले थे।

चेन्नई सुपरकिंग्स को अगले दिन सनराइजर्स हैदराबाद का सामना करना था। सुरेश रैना ने इस दौरान 12 साल के नंबूरी ठाकुर तिलक वर्मा से पांच मिनट बात की थी। उसके साथ फोटो खिंचवाई थी। इस मुलाकात का तिलक वर्मा पर गहरा असर पड़ा। अब 8 साल बाद 20 साल के बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक वर्मा की बल्लेबाजी से निश्चित तौर पर सुरेश रैना के चेहरे पर खुशी होगी।

तिलक वर्मा ने रविचंद्रन अश्विन पर रिवर्स स्वीप से छक्का भी जड़ा। बायश ने उस दिन को याद करते हुए कहा, ‘मेरा एक मित्र स्थानीय मैनेजर था। मैंने अभ्यास देखने की स्वीकृति के लिए उसकी मदद की और तिलक को अपने साथ ले गया।’

मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल अपने शिष्य के बारे में इस कोच ने कहा, ‘मुझे याद है कि तिलक सुरैना रैना को बल्लेबाजी करते हुए देखकर काफी प्रभावित था। उसने एक बार भी उसके ऊपर से आंख नहीं हटाई और रैना के प्रत्येक शॉट को देखा। इसके बाद हमने उसके साथ तस्वीर खिंचवाई और मुझे लगता है कि सुरेश रैना के साथ वह ‘विशेष मुलाकात’ तिलक के यह फैसला करने के लिए पर्याप्त थी कि वह क्रिकेटर बनेगा।’

मुंबई इंडियंस को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा, लेकिन तिलक वर्मा ने 61 रन की पारी खेलकर सभी का ध्यान खींचा। मुख्य कोच महेला जयवर्धने ने भी उनकी सराहना की। तिलक वर्मा के पिता बिजली का काम करते हैं। तिलक वर्मा का मानना है कि एक करोड़ 70 लाख रुपए का अनुबंध मिलने से उन्हें अपने माता-पिता को बेहतर जीवन देने में मदद मिलेगी। तिलक वर्मा का कहना है कि उनके माता-पिता ने उनके सपने के साकार होने के लिए काफी बलिदान दिए हैं।