INDIA vs AUSTRALIA: भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टी20 मैच 4 विकेट से गंवा दिया। मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा 9 गेंद में 11 रन बनाकर आउट हुए। रोहित शर्मा पिछली 5 पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक लगा पाए हैं और तीन बार ही 20 से ज्यादा रन बना पाए हैं। रोहित ने इस साल अब तक 18 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 142.76 के स्ट्राइक रेट से 434 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 25.52 का रहा, जो उनके ओवरऑल औसत 32.13 से काफी कम है। रोहित ने इस साल अब तक 72 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 2 अर्धशतक ही लगाए हैं।
सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा से पारी की शुरुआत में क्रीज पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारतीय कप्तान के शुरुआत में ही अधिक से अधिक रन बनाने के नए दृष्टिकोण की कीमत विकेट गंवाकर चुकानी पड़ रही है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान का यह भी मानना है कि अगले महीने से होने वाले टी20 विश्व कप से पहले वरिष्ठ तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का डेथ ओवर्स में खराब प्रदर्शन भारत के लिए ‘वास्तविक चिंता’ है।
भुवनेश्वर ने पिछले कुछ मैच में डेथ ओवर्स में काफी रन लुटाए हैं। मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 में भी उन्होंने 19वें ओवर में 16 रन दिए। ऑस्ट्रेलिया के 209 रन के रिकॉर्ड लक्ष्य को हासिल करने के पीछे यह भी एक वजह रही। सुनील गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा, ‘रोहित शर्मा के पास बहुत सारे शॉट हैं। उन्हें वास्तव में वह करने की जरुरत नहीं है, जो वह यहां पर करना चाह रहे हैं, यानी गेंदबाज के गेंद को छोड़ने से पहले ही पिच से आगे निकल आना।’
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘रोहित इससे पहले जिस तरह से टी20 क्रिकेट खेल रहे थे, उनका स्कोरिंग और स्ट्राइक रेट अभूतपूर्व था, शानदार था। उन्हें यहां पर कुछ भी नया करने की कोशिश नहीं करनी है। पिछले कुछ मैचों में मुझे ऐसा लगता है कि वह थोड़ा और करना चाहते हैं। इस प्रक्रिया में आउट हो रहे हैं।’
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘सफेद गेंद लाल गेंद जितनी मूव कर सकती है, लेकिन बल्ले के मिडिल से टकराने वाली गेंद और बल्ले का किनारा लेने वाली गेंद में थोड़ा सा मूवमेंट ही अंतर हो सकता है। इसका मतलब है कि वह गेंद को स्टैंड की बजाय हवा में मार देते हैं। मेरा मानना है कि रोहित को खुद को थोड़ा और समय देने की जरूरत है। उसके पास क्रिकेट की किताब के सभी शॉट्स हैं। भले ही वह धीमी शुरुआत करें, क्योंकि पारी खत्म होने तक वह इसे तिगुना कर सकते हैं।’
ओस का बहाना नहीं चलेगा: सुनील गावस्कर
भुवनेश्वर को लेकर सुनील गावस्कर ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि बहुत अधिक ओस थी। हमने क्षेत्ररक्षकों या गेंदबाजों को अपनी अंगुलियों को सुखाने के लिए तौलिये का उपयोग करते नहीं देखा। यह कोई बहाना नहीं है। हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की। उदाहरण के लिए, वहां 19वां ओवर, वह वास्तविक चिंता का विषय है।’
उन्होंने कहा, ‘भुवनेश्वर कुमार जैसे गेंदबाज को जब भी गेंद सौंपी जा रही है तो वह हर बार रन लुटा रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान, श्रीलंका और अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच में 18 गेंद में (19वें ओवर में गेंदबाजी करते हुए) 49 रन दिए हैं।’
गावस्कर ने कहा, ‘यह लगभग तीन रन प्रति गेंद हैं। उनके जैसे अनुभवी और क्षमता वाले गेंदबाज के साथ आप उम्मीद करते हैं कि वह उन 18 गेंद में 35 से 36 रन ही देंगे। यह वास्तव में चिंता का विषय है।’
जसप्रीत बुमराह की वापसी से मजबूत होगा गेंदबाजी विभाग
पूर्व कप्तान ने कहा कि भारत अच्छे स्कोर का बचाव करने में भी सफल नहीं हो पा रहा। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि जसप्रीत बुमराह की वापसी से गेंदबाजी विभाग को मजबूती मिलेगी। बुमराह इस साल जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला के बाद से ही बाहर हैं। वह पीठ की पुरानी चोट से उबर रहे थे।
गावस्कर ने कहा, ‘हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि यह उन क्षेत्रों में से एक रहा है जहां भारत को नुकसान उठाना पड़ा है। वे अच्छे स्कोर का बचाव करने में भी सक्षम नहीं हैं। हो सकता है कि जब बुमराह आए तो यह पूरी तरह से अलग स्थिति हो क्योंकि वह शीर्ष क्रम के विकेट चटकाता है।’
उन्होंने कहा, ‘भारत को आज (मंगलवार) वह नहीं मिले क्योंकि आस्ट्रेलिया ने तेजतर्रार शुरुआत की।’ इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने यह भी कहा, ‘हालांकि यह केवल पहला मैच था। मत भूलिए कि ऑस्ट्रेलिया विश्व चैंपियन है। उनसे असाधारण चीजें करने की उम्मीद की जाती है।’