चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल से ठीक पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को लेकर कांग्रेस की प्रवक्ता शमा महोम्मद और टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने विवादित बयान दिया। शमा मोहम्मद ने रोहित के वजन को लेकर एक्स पर पोस्ट किया जिसके बाद नेता से लेकर क्रिकेटर्स तक सभी उन पर भड़क गए। भारत के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि अगर क्रिकेट में पतले लोग चाहिए तो मॉडलिंग करने वालों को ले आओ।
क्रिकेट खेलने के लिए मॉडल्स को चुनें
इंडिया टुडे ने गावस्कर के हवाले से लिखा, “मैंने हमेशा कहा है कि अगर आपको सिर्फ़ दुबले-पतले लड़के चाहिए, तो आपको मॉडलिंग प्रतियोगिता में जाना चाहिए और सभी मॉडल्स को चुनना चाहिए। यह उस बारे में नहीं है।” अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा, “यह इस बारे में है कि आप क्रिकेट कितना अच्छा खेल सकते हैं। हमने सरफराज खान के बारे में बात की- लंबे समय तक उनकी आलोचना की गई क्योंकि उनका वज़न ज़्यादा था। लेकिन अगर वह टेस्ट मैच में भारत के लिए 150 रन बनाते हैं और उसके बाद दो या तीन बार पचास से ज़्यादा रन बनाते हैं, तो फिर क्या समस्या है?”
क्रिकेट का शरीर से कोई लेना-देना नहीं
महान सलामी बल्लेबाज ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि शरीर के साइज का इससे कोई लेना-देना है। यह आपकी मानसिक शक्ति है – क्या आप लंबे समय तक टिक सकते हैं, यही सबसे महत्वपूर्ण बात है। अच्छी बल्लेबाजी करें, लंबे समय तक बल्लेबाजी करें और रन बनाएं।”
खेल मंत्री ने भी की बयान की आलोचना
भारत के खेल मंत्री मंसुख मांडविया ने भी इस बयान की आलोचना की। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘‘कांग्रेस और टीएमसी को खिलाड़ियों को अकेला छोड़ देना चाहिए क्योंकि वे अपने पेशेवर जिंदगी को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन पार्टियों के नेताओं द्वारा खिलाड़ी के शरीर को लेकर की गयी टिप्पणी और टीम में जगह को लेकर उठाये गये सवाल न केवल बेहद शर्मनाक है बल्कि पूरी तरह से दयनीय भी है।’’ खेल मंत्री ने कहा, ‘‘ इस तरह की टिप्पणियां हमारे खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और त्याग को कमतर आंकती हैं जो वैश्विक मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए करते हैं।’’