भारतीय खिलाड़ी ऋषभ पंत के द्वारा क्रिकेट के सभी प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, विकेट के पीछे अपने प्रदर्शन में उन्हें काफी सुधार करने की जरूरत है। लेकिन एक बल्लेबाज के रूप में उन्होंने जुलाई महीने में हुए इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया था। वहीं, शनिवार (13 अक्टूबर) को हैदराबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने प्रदर्शन से सुनील गावस्कर को भी चौंका दिया। यही वजह रही कि इस युवा क्रिकेटर की तारीफ करते हुए भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने कहा कि पंत भारतीय टीम के एडम गिलक्रिस्ट हो सकते हैं।
हैदराबाद में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान शुरूआती तीन विकेट गिरने के बाद पंत ने रहाणे के साथ 146 रनों की साझेदारी की। दिन के समाप्त होने तक चार विकेट के नुकसान पर भारत के स्कोर को 308 रन तक पहुंचाया। पंत ने धैर्य के साथ खेलते हुए आसानी से रन बनाए। धीमी शुरूआत की, लेकिन कुछ देर पिच पर टिके रहने के बाद चौके-छक्के लगाने शुरू कर दिए। दिन की समाप्ति तक पंत ने 120 गेंदों में 12 बाउंड्री की मदद से 85 रन बनाए। हालांकि, अगले दिन खेलते हुए वे शतक से आठ रन दूर 92 पर आउट हो गए।
गावस्कर ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा, “कोहली के विकेट के बाद भारत पीछे हो गया था। भारत को इस समय एक अच्छी साझेदारी की जरूरत थी। रहाणे और पंत ने अच्छी साझेदारी की। वह एक शानदार प्रदर्शन था। वास्तव में दो युवा बल्लबाजों की बल्लेबाजी दिल को छू लेने वाला रहा। भारतीय पारी की शुरूआत में शॉ और फिर ऋषभ पंत, दोनों ने निडर होकर कुछ शॉट्स खेले, वह सच में देखने लायक था।” एक सप्ताह पहले राजकोट में ऋषभ पंत आठ रनों की वजह से शतक लगाने से चूक गए थे। दूसरी बार भी वे शतक बनाने से आठ रन पीछे रह गए।
21 वर्षीय ऋषभ पंत की तारीफ करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, “पंत की बल्लेबाजी को देखकर ऐसा लग रहा था कि वे किसी चीज का उत्सव मना रहे हैं। वह सच में एक अच्छे खिलाड़ी हैं। हम सभी जानते हैं कि वे किस तरह के शॉट्स खेलते हैं। उन्हें दिन के अंतिम समय में बड़े शॉर्ट्स खेलने और शतक के करीब जाने का मन करता होगा, लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने रहाणे के साथ मिलकर भारत को एक बड़े स्कोर तक ले जाने की सोंची। मैं पंत के इस कार्य और खेलने के दृष्टिकोण से बेहद प्रभावित हूं। ये भारत के एडम गिलक्रिस्ट हो सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया जब चार विकेट खोकर मुसीबत में रहता था, तब एडम गिलक्रिस्ट स्कोर को 350-400 तक ले जाते थे। पंत भी उसी तरह स्कोर को आगे ले जाने में सक्षम हैं।”