वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में लगातार दूसरी हार के बाद टीम इंडिया पर काफी सवाल उठे थे। कुछ ने इसे तैयारी की कमी बताया तो कुछ का कहना था कि खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेज नहीं किया गया। खुद कप्तान रोहित शर्मा ने हार की वजह बताते हुए कहा था कि टीम को ऐसे मैच की तैयारी के लिए कम से कम 20-25 दिन का समय चाहिए हालांकि दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर इससे सहमत नहीं है।
सुनील गावस्कर ने उठाए सवाल
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा, ‘रोहित शर्मा किस तैयारी की बात कर रहे हैं। आपके सामने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का उदाहरण हैं। यह 20-25 दिन की क्या बात है? जो टीम अब वेस्टइंडीज गई है, वह टीम वहां एक दिन पहले जाकर भी उन्हें हरा सकती है। आप वाकई में तैयारी की बात करें। आप 15 दिन पहले जाएं, वॉर्म अप मैच खेले। आपके मुख्य खिलाड़ी आराम कर सकते हैं लेकिन जो खिलाड़ी रिजर्व में हैं उन्हें मौका दें। उन्हें खुद को साबित करने का मौका नहीं मिलता।’
वर्कलोड पर सुनील गावस्कर ने दिया जवाब
गावस्कर ने आगे कहा, ‘सच यह है कि टीम के मुख्य खिलाड़ी जल्दी नहीं जाना चाहते। क्योंकि वह जानते हैं कि चाहे जो भी उनका चयन पक्का है। जब वह जल्दी चले जाते हैं तो वर्कलोड की बात करते हैं। आप खुद को सबसे फिट टीम बताते हैं, कहते हैं कि पिछली सारी जनरेशन में यह सबसे फिट टीम है तो फिर आप इतनी जल्दी ब्रेक डाउन कैसे हो सकते हैं। 20 ओवर के फॉमेट में आपको वर्कलोड की दिक्कत कैसे हो सकती है।’
सुनील गावस्कर ने कपिल देव का दिया उदाहरण
सुनील गावस्कर ने कपिल देव का उदाहरण देते हुए कहा कि खिलाड़ी बिना जिम जाए भी फिट रह सकता है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने कहा, ‘मुझे याद नहीं है कि कपिल देव कभी जिम गए। वह ग्राउंड पर दौड़ लगाता था। टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को गेंदबाजी करता था और फिर बल्लेबाजी करता था।’
गावस्कर ने बताया कि आईपीएल में गेंदबाजों को नेट्स में केवल 20 गेंदे डालने के लिए कहा जाता है जबकि मैच में उन्हें 24 गेंदे डालनी होती है। वर्कलोड को इसके पीछे की वजह बताया जाता है। गावस्कर का कहना है कि अगर आप अभ्यास से ज्यादा गेंदे मैच में डालेंगे तो खिलाड़ी को दिक्कत होगी।