अब तक उतार चढ़ाव वाला प्रदर्शन करने वाले भारत को 25वें सुल्तान अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट में पदक की अपनी उम्मीदें जीवंत रखने के लिये यदि मंगलवार (12 अप्रैल) को यहां अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर जीत दर्ज करनी है तो उसे अपने खेल में आमूलचूल सुधार करने होंगे। टूर्नामेंट में पांच बार के विजेता भारत ने पिछले साल कांस्य पदक जीता था और वह पदक की दौड़ में बनने रहने के लिये बेताब है। लेकिन कई युवा खिलाड़ियों वाली सरदार सिंह की अगुवाई वाली टीम को अपने खेल के कई विभागों में सुधार करने की जरूरत है। उसे रविवार (10 अप्रैल) को कनाडा जैसी टीम के खिलाफ भी जीत दर्ज करने के लिये जूझना पड़ा था।

कनाडा पर 3-1 की जीत से भारत तीन मैचों में छह अंकों के साथ राउंड रोबिन लीग में तीसरे स्थान पर आ गया है जबकि पाकिस्तान के तीन मैचों में केवल तीन अंक हैं। पाकिस्तान ने अपनी एकमात्र जीत कनाडा के खिलाफ इसी अंतर से हासिल की थी। विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया तीन मैचों में नौ अंक लेकर शीर्ष पर है जबकि मौजूदा चैंपियन न्यूजीलैंड के चार मैचों में आठ अंक हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच हॉकी में कड़ी प्रतिद्वंद्विता लोगों की इनके मुकाबले में दिलचस्पी पैदा करती है। हॉकी में अपनी बादशाहत गंवाने के बावजूद इन दोनों देशों के बीच मुकाबला किसी भी टूर्नामेंट की जान होता है। सुल्तान अजलन शाह कप के रजत जयंती टूर्नामेंट में उपमहाद्वीप की इन दोनों टीमों के बीच मुकाबले पर सभी की नजर हैं हालांकि इसी दिन विश्व में नंबर एक ऑस्ट्रेलिया को न्यूजीलैंड से भिड़ना है।

भारत के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैन्स ने कहा, ‘‘पूरा भारत अगले मैच का इंतजार कर रहा है लेकिन मैंने खिलाड़ियों से कहा कि यह केवल एक अन्य मैच की तरह है। हमें किसी भी अन्य मैच की तरह अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए। हमारा आगे काफी व्यस्त कार्यक्रम है।’’ पाकिस्तान के कोच और पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ख्वाजा जुनैद ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी भारत के खिलाफ अपने कौशल का प्रदर्शन करें और अपनी भावनाओं को काबू में रखें।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत के खिलाफ मैच महत्वपूर्ण होगा। जो भी टीम जवाबी हमले से अच्छी तरह से निबटेगी वह फायदे में रहेगी। हम अभी अपनी टीम को पुनर्गठित करने के दौर से गुजर रहे हैं। महत्वपूर्ण यह है कि हम अपनी रणनीति पर कायम रहकर मैदान पर एकजुट रहें।’’ जुनैद ने कहा कि पाकिस्तान ने टीम में आठ युवा खिलाड़ियों को शामिल किया है जिन्होंने हाल में दक्षिण एशियाई खेलों के फाइनल में भारत को हराकर स्वर्ण पदक जीता था।

भारत ने दक्षिण एशियाई खेलों में अपनी मुख्य टीम को नहीं उतारा था। ये खिलाड़ी तब हॉकी इंडिया लीग में खेल रहे थे। इन दोनों देशों की चोटी की टीमों के बीच आखिरी मैच पिछले साल एंटवर्प में हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल्स में खेला गया था जो 2-2 से बराबर रहा था।