श्रीलंका के प्रमुख बल्लेबाज भानुका राजपक्षे ने तत्काल प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) को लिखे एक पत्र में 30 साल के भानुका राजपक्षे ने अपने इस बड़े फैसले के लिए पारिवारिक दायित्वों का हवाला दिया है।

हालांकि, इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया कि वह श्रीलंका बोर्ड के एक फैसले से खुश नहीं थे। एसएलसी को लिखे पत्र में भानुका राजपक्षे ने कहा है, ‘मैंने एक खिलाड़ी और एक पति के रूप में अपनी स्थिति पर बहुत ध्यान से विचार किया। मैं पितृत्व और इससे जुड़े पारिवारिक दायित्वों को देखते हुए यह निर्णय ले रहा हूं।’

भानुका राजपक्षे साल 2010 में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में श्रीलंका के प्रमुख स्कोरर थे। उन्होंने 2019 में पाकिस्तान के दौरे पर मैच से टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। भानुका ने पिछले साल जुलाई में भारत के खिलाफ घरेलू सीरीज में वनडे इंटरनेशनल में डेब्यू किया था।

भानुका राजपक्षे ने फिटनेस संबंधी चिंताओं के कारण बाहर किए जाने के बाद एक साक्षात्कार में चयन नीतियों की आलोचना की थी। इसके बाद उन पर एक साल का निलंबित प्रतिबंध लगा दिया गया। पिछले साल आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप से उनकी वापसी हुई।

वहां उन्होंने सुपर-12 चरण में बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतक लगाया था। श्रीलंका ने वह मुकाबला जीता भी था। भानुका ने अपने करियर में 5 वनडे इंटरनेशनल और 18 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। इसमें उन्होंने क्रमशः 17.80 के औसत से 89 और 26.66 के औसत से 320 रन बनाए।

वनडे में उनका उच्चतम स्कोर 65 और टी20 इंटरनेशनल में 77 रन है। उन्होंने 105 टी20 मुकाबले भी खेले। इनमें उन्होंने 23.60 के औसत से 1912 रन बनाए। टी20 में उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 96 रन है।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने श्रीलंका क्रिकेट के सूत्रों के हवाले से कहा है कि भानुका राजपक्षा ने आज अपना रिटायरमेंट लेटर क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन को सौंपा है। उन्होंने कहा है कि श्रीलंका क्रिकेट में हाल ही में जो फिटनेस स्टैंडर्ड लागू किया गया है। उसकी वजह से वह अब आगे नहीं खेल पाएंगे।

भानुका राजपक्षा ने खासकर स्किनफोल्ड लेवल से नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अगर वह इस फिटनेस स्टैंडर्ड का पालन करते हैं तो फिर अपनी पावर हिटिंग की क्षमता को नहीं बढ़ा पाएंगे। यह भी चर्चा है कि श्रीलंका क्रिकेट ने अब तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।