ऑस्ट्रेलिया में इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया की तैयारी जोरो पर है। मैन इन ब्लू ने साल 2013 के बाद से कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीता है। अब इस सूखे को खत्म करने के लिए टीम के पूर्व मेंटल कंडीशनिंग कोच पैडी अपटन को मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के सहयोगी स्टाफ में शामिल किया गया है। 2011 में वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम के सहयोगी स्टाफ का अपटन हिस्सा थे। आईपीएल 2013 में वह राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच थे और राहुल द्रविड़ कप्तान। पूर्व तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत इन दोनों टीमो का हिस्सा थे। इस पूर्व क्रिकेटर ने मेंटल कंडीशनिंग कोच पर बड़ा बयान दिया है।

श्रीसंत ने कहा है कि राहुल द्रविड़ के साथ काम करने की वजह से अपटन की टीम इंडिया में वापसी हुई है। उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप जीतने में बहुत बड़ी भूमिका नहीं निभाई थी। ऐसे में वह बहुत बड़ा अंतर पैदा नहीं करेंगे। उन्होंने मिड-डे से बात करते हुए कहा, “मुझे नहीं लगता कि अपटन कुछ कमाल करेंग। अगर हम टी20 वर्ल्ड कप जीतते हैं तो यह खिलाड़ियों और राहुल भाई के अनुभव की वजह से होगा।”

कुछ खास प्रभाव नहीं डालेंगे अपटन

श्रीसंत ने कहा कि पैडी अपटन के कारण कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, “हमारे पास बेहतरीन टीम है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि आप जिस व्यक्ति (अपटन) के बारे में बात कर रहे हैं, उससे कोई खास फर्क पड़ने वाला है। जब आप घरेलू क्रिकेट खेलते हैं तब भी आपको मानसिक रूप से फिट रहना होता है। तो, कंडीशनिंग पहले से ही हो रही है।”

गैरी कर्स्टन ने 99 फीसदी काम किया और अपटन ने 1 फीसदी

अपटन ने 2008 से 2011 तक अपने कार्यकाल में टीम इंडिया पर क्या प्रभाव डाला? इस सवाल का जवाब देते हुए अपटन ने कहा, “मुश्किल से एक फीसदी। गैरी कर्स्टन ने 99 प्रतिशत काम किया। वह उनके सिर्फ एक सहायक थे। वह वापस आ गए हैं क्योंकि उन्होंने पहले राजस्थान रॉयल्स में राहुल भाई के साथ काम किया है। राहुल भाई निश्चित रूप से उनका अच्छा उपयोग करेंगे क्योंकि वह योगा के अच्छे प्रशिक्षक हैं।”

गैरी के पास स्पष्ट विजन था

श्रीसंत ने आगे कहा, “गैरी एक अद्भुत कोच थे। इससे हर खिलाड़ी सहमत होगा। ऑस्ट्रेलिया में 2007-08 में सीबी सीरीज के लिए आए तो उनके पास विजन था। मुझे स्पष्ट रूप से याद है कि गैरी ने मुझे, सुरेश रैना और कुछ अन्य लोगों से कहा था कि जो भी 2011 विश्व कप जीतने की महत्वाकांक्षा रखता है। उसकी शुरुआत यहां से होती है। उनके पास अद्भुत विजन था।”