टीम इंडिया के लिए खेलना भारतीय क्रिकेटर का सपना होता है। हालांकि बहुत कम ऐसे होते हैं जो कि पहला ही मौका भुना पाए। विराट कोहली के आईपीएल साथी रजत पाटीदार भी ऐसे ही खिलाड़ी हैं। उन्हें टीम में मौका तो मिला लेकिन वह उसे भुना नहीं पाए। हालांकि इस खिलाड़ी को अब भी यकीन है कि वह फिर से टीम इंडिया में जगह बना लेंगे। घरेलू क्रिकेट के प्रदर्शन से उन्होंने दावा ठोक भी दिया है।

पाटीदार को इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में मिला था मौका

इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ पाटीदार छह पारियों में केवल 63 रन बना सके थे। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने हालांकि रणजी ट्रॉफी के शुरुआती चरण और मौजूदा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी20 में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है।

मौका न भुना पाने का अफसोस

पाटीदार ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल की पूर्व संध्या पर शनिवार को कहा, ‘‘ मुझे टेस्ट टीम में जगह बनाकर अच्छा लगा था। मुझे हालांकि कभी-कभी बुरा लगता है कि मैं मौके को भुना नहीं पाया। कभी-कभी चीजें आपके मुताबिक नहीं होतीं और यह ठीक है।’’

पाटीदार ने अपनी ‘असफलता’ स्वीकार कर ली है और उस निराशा को पीछे छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चीजों को स्वीकार करना सफलता की ओर बढ़ने का पहला कदम है। आपको यह स्वीकार करना होगा कि क्रिकेट यात्रा में असफलता मिलेगी। इसलिए, मेरे लिए इसका सामना करना और इससे सीखना महत्वपूर्ण है।’’

रजत पाटीदार का प्रदर्शन

इस 31 साल के खिलाड़ी ने घरेलू टूर्नामेंटों में लगातार रन बनाकर एक पहला कदम उठा लिया है। मध्यप्रदेश के कप्तान ने पांच रणजी ट्रॉफी मैचों में 53.37 की औसत से एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 427 रन बनाए हैं।

वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के मौजूदा सत्र में अजिंक्य रहाणे (432) और बिहार के साकिबुल गनी (353) के बाद तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने नौ मैचों में 182.63 के स्ट्राइक रेट से चार अर्धशतक के साथ 347 रन बनाए हैं।