क्रिकेट मैच के दौरान स्लेजिंग अक्सर देखने को मिलती है। इससे खिलाड़ी आपस में तो एक-दूसरे के खून को खौलाने का काम करते ही हैं मगर इन सबसे कई बार अंपायर तक परेशान हो जाते हैं। ऐसा ही मामला 2003 वर्ल्ड कप के दौरान न्यूजीलैंड-भारत के बीच खेले गए सुपर-6 राउंड के दौरान भी देखने को मिला था। उस वक्त अंपायर रूडी कर्टजन ने कुछ ऐसा किया, जिसके बाद खुद गेंदबाज को अपनी गलती का एहसास हुआ।
हुआ यूं कि पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की शुरुआत बेहद खराब रही और उसे 0 रन पर ही दो बड़े झटके लग गए। आलम ये रहा कि आधी टीम महज 60 रन पर ही पवेलियन लौट चुकी थी। कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग एक तरफ टिके रहे बावजूद इसके पूरी टीम 40.4 ओवर में ही 150 रन पर ढेर हो गई। भारत की ओर से जहीर खान ने 8 ओवर में 42 रन देकर सबसे अधिक 4 विकेट झटके।
इसके जवाब में टीम इंडिया ने महज 4 रन पर वीरेंद्र सहवाग (4) के रूप में अपना पहला विकेट खो दिया। आलम ये रहा कि 21 रन तक भारत तीन विकेट गंवा चुका था। ऐसे में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आए मोहम्मद कैफ और उन्होंने काफी संभलकर बल्लेबाजी की। इससे क्रेग मैकमिलन इतने परेशान हो गए कि उन्होंने कैफ को शॉर्टपिच बॉल फेंकनी शुरू कर दी, जब इससे कैफ विचलित नहीं हुए तो मैकमिलन ने नई तरकीब सोची उन्होंने अब स्लेजिंग का सहारा लेना शुरू किया।
मैकमिलन लगातार कैफ पर कमेंट करते गए मगर कैफ ने अपना शांत स्वभाव बरकरार रखा। कैफ तो इससे खफा नहीं हुए मगर अंपायरिंग कर रहे रूडी कर्टजन को क्रेग का ये व्यवहार बहुत खलने लगा और उन्होंने गेंदबाजी के लिए जा रहे मैकमिलन के मुंह पर टेप लगा दी। मैकमिलन को भी अब अपनी गलती का एहसास हो चुका था और इसके बाद उन्होंने पूरे मैच में किसी भी तरह की स्लेजिंग भूलकर भी नहीं की। बता दें कि इस मैच में कैफ ने राहुल द्रविड (53) का बखूबी साथ निभाया और 149 गेंदों में 8 चौकों की मदद से 68 रन बनाए। भारत ये कम स्कोर वाला मैच 45.1 ओवर में सात विकेट से जीत सका।

