पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने अपने घुटनों को लेकर बेहद दिलचस्प खुलासा किया और बताया कि किस तरह की परेशानियों का उन्होंने सामना किया। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान अपने घुटने की चोट के बारे में चर्चा की और बताया कि किस तरह से पाकिस्तान के लिए खेलने के दौरान उन्होंने दर्द और पीड़ा का सामना किया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनके घुटने ने उनका साथ दिया होता तो वह वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे महान तेज गेंदबाज बन गए होते।

बिना घुटनों के की गेंदबाजी

शोएब अख्तर ने वेकअप विद सौरव (यूट्यूब चैनल) पर बात करते हुए कहा कि मैंने बिना घुटनों के गेंदबाजी कि क्योकि 1996-97 में मेरे घुटने खराब हो गए थे जैसे कि मैंने अपना कार्टिलेज और मेनिक्सक खो दिया था। मेरा कार्टिलेज टूट कर खत्म हो गया था और इस स्थिति में जब आप दौड़ते हैं तो यह हड्डी से टकराता था और यह क्षति पहुंचाता था। जब भी मैं दौड़ता था, कूदता था या फिर घुटनों के बल बैठता था तो दर्द होता था।

उन्होंने आगे कहा कि अगर मेरे घुटने ने मेरा साथ दिया होता और मेरी शारीरिक फिटनेस वैसी होती जैसा शुरू में था तो मैं क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान तेज गेंदबाज बन जाता। मैंने पिछले साल अपना घुटना पाया और इसके लिए मुझे 12 ऑपरेशन करवाने पड़े। मैं घुटने को बदलने पर काम कर रहा था और कप्तान कीजिए कि मैं अभी भी संघर्ष कर रहा हूं। उन्होंने बॉल वूल्मर के साथ अपनी बातचीत का भी जिक्र किया जिन्होंने सलाह दी थी कि दर्द को कम करने के लिए मुझे रन अप छोटा करना चाहिए, लेकिन मैंने इसके लिए मना कर दिया था। मेरा मानना था कि ऐसा करने से मैं प्रभावशाली नहीं दिखूंगा और बल्लेबाज मुझसे नहीं डरेंगे क्योंकि यह बहुत ही आनंददायक था।