भले ही शेन वॉर्न स्पिन के सुलतान रहे हों, लेकिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर अब भी उनके सपनों में आकर उनकी गेंदों की धुनाई करते हैं। हालांकि अब वॉर्न को इसकी ज्याजा चिंता नहीं सताती होगी, क्योंकि वह और सचिन दोनों की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। लेकिन पुराने दिनों की बात करें तो पहली बार वॉर्न और सचिन पहली बार साल 1998 में भिड़े थे। एक समारोह में वॉर्न ने कहा, मुझे आज भी याद है, जब सचिन मेरी गेंदों को मैदान के हर कोने पर मार रहे थे। सलाम क्रिकेट 2017 समारोह में शेन वॉर्न ने कहा सचिन तेंडुलकर और ब्रायन लारा मेरे समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे। वे कुछ अलग थे। तीसरे क्रिकेटर के तौर पर जैक कैलिस का नाम लूंगा।
वॉर्न ने यह भी कहा कि वह मौजूदा भारतीय टीम का सामना करना पसंद करेंगे, बजाय सौरव गांगुली के नेतृत्व वाली टीम के। वॉर्न ने कहा, मुझे विराट कोहली की अगुआई वाली टीम के खिलाफ गेंदबाजी करने में कोई परेशानी नहीं है। उनके खिलाफ मैं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर पाऊंगा, लेकिन उस टीम के खिलाफ नहीं, जिसमें सौरव गांगुली, सचिन तेंडुलकर और राहुल द्रविड़ हों। वॉर्न ने यह भी कहा कि उनके निशाने पर कप्तान विराट कोहली होंगे और मौजूदा टीम में स्पिन को खेलने वाले उतने बेहतर खिलाड़ी नहीं हैं।
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सचिन पर यह बोले वॉर्न: अॉस्ट्रेलियाई दिग्गज ने उस समय के बारे में बताया, जब उनका सामना पहली बार सचिन से हुआ था। उन्होंने कहा, यह साल 1998 की सीरीज थी और हम दोनों ही अपने खेल में शीर्ष पर थे। वॉर्न ने बताया कि पहली पारी का दूसरा विकेट गिरने के बाद दर्शक सचिन-सचिन चिल्ला रहे थे। हम बातचीत करने पहुंचे कि सचिन को कैसे आउट किया जाए, तभी मैंने कहा कि मैं उसे आउट करूंगा। लेकिन मेरी पहली ही गेंद पर उसने चौका जड़ दिया। इसके बाद तीसरी या चौथी गेंद पर मैंने उसे आउट कर दिया। वॉर्न ने कहा, मुझे याद कि सचिन का विकेट गिरते ही दर्शक एक दम शांत हो गए। वॉर्न ने भले ही पहली पारी में सचिन को आउट कर दिया हो, लेकिन दूसरी पारी आज भी अॉस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के रोंगटे खड़े कर देती है। वॉर्न कहते हैं कि सचिन की वह पारी उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी थी। उसने 158 रन बनाए थे।

