SL vs BAN: बांग्लादेश टी20 क्रिकेट टीम के कप्तान शाकिब अल हसन ने कहा कि उन्होंने एशिया कप 2022 में श्रीलंका के खिलाफ दबाव नहीं झेल पाने की कीमत मैच हारकर चुकाई। बांग्लादेश एक सितंबर 2022 की रात दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर खेले गए रोमांचक मैच में आखिरी ओवर में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया। श्रीलंका के खिलाफ मैच में बांग्लादेश के गेंदबाजों ने 8 वाइड और 4 नो बॉल फेंकीं। ये अतिरिक्त रन भी उसकी हार का कारण बने।
चार में से दो नो-बॉल मेहदी हसन ने फेंकी। उन्होंने पहली नो-बॉल सातवें ओवर में फेंकी। तब उनके सामने श्रीलंकाई ओपनर कुसल मेंडिस थे। बांग्लादेशी ऑफ स्पिनर ने आखिरी ओवर में भी ओवरस्टेप किया। इस नो-बॉल के बाद ही श्रीलंका मैच जीत गया। बांग्लादेश का संकट केवल अतिरिक्त देने तक ही सीमित नहीं था, क्योंकि मुशफिकुर रहीम ने तस्कीन अहमद की गेंद पर कुसल मेंडिस का आसान कैच टपका दिया। उस समय कुसल मेंडिस सिर्फ 2 रन पर थे।
मैच के बाद शाकिब ने कहा, ‘कोई भी कप्तान नहीं चाहता कि उनकी टीम में कोई नो-बॉल डाले। एक स्पिनर के लिए नो-बॉल डालना तो किसी बड़े अपराध से कम नहीं। आज हम अनुशासित खेल नहीं दिखा पाए। हमने बहुत सारी नो-बॉल और वाइड बॉल फेंकी। यह दबाव का मैच था और हमें यहां से बहुत कुछ सीखने और आगे बढ़ने की जरूरत है। महत्वपूर्ण क्षणों में हमारे बल्लेबाजों का आउट होना टर्निंग पॉइंट था।’
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शाकिब ने कहा, ‘यह साबित करता है कि हम दबाव की स्थिति में कैसे टूट सकते हैं। हमें उस कौशल में सुधार करने की जरूरत है, लेकिन जब भी दबाव होता है तो हम टूट जाते हैं और मैच हार जाते हैं। हमें डेथ ओवर्स में काफी सुधार करने की जरूरत है। शाकिब ने हालांकि, तीन विकेट लेने वाले इबादत हुसैन की प्रशंसा भी की। दुर्भाग्य से, इबादत अपने बाद के स्पेल में काफी खर्चीले साबित हुए।’
शाकिब ने कहा, ‘इबादत ने इतने दबाव वाला मैच कभी नहीं खेला था। उन्हें अभी काफी कुछ समझना है। उनके पहले दो ओवर ने हमें मैच में वापसी करने का मौका दिया था। हमें लगा शायद आज उनका दिन है। जब कोई ऐसी शुरुआत करता है तो आप उनसे ऐसी लय बनाए रखने की उम्मीद रखते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’
शाकिब अल हसन ने कहा, ‘हम जानते थे कि कुसल स्पिन को अच्छे से खेलते हैं। ऐसे में उन्हें जल्दी आउट करना जरूरी था, लेकिन हमने उन्हें दो रन पर ड्रॉप किया। फिर जब वह आउट हुए तो गेंद नो-बॉल थी। आमतौर पर हमारे स्पिनर नो-बॉल नहीं करते, लेकिन आज हमने दिखाया कि हम दबाव में बिखर जाते हैं। अगर हम करीबी मुकाबलों के 50 प्रतिशत मैच भी जीतते, तो आज इस प्रारूप में हमारा रिकॉर्ड काफी बेहतर होता।’
शाकिब ने बताया, ‘हमारा प्लान था लगातार विकेट लेते रहना और हमने ऐसा ही किया। उन्हें आखिर के दो ओवर में 25 रन चाहिए थे। जब विपक्षी टीम की 7 विकेट गिर चुकी हों तो आप अपने प्रमुख गेंदबाजों से यह उम्मीद रखते हैं कि वह पुछल्ले बल्लेबाजों के खिलाफ इसे (25 रन) डिफेंड कर लेंगे।’