पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज अगले महीने नहीं होने पर पूरे साल नहीं हो सकेगी। शहरयार ने कहा कि समय पर सीरीज नहीं होने पर मुझे नहीं लगता कि यह अगले पूरे साल हो सकेगी क्योंकि दोनों टीमों की 2016 में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत के साथ द्विपक्षीय सीरीज और टी20 विश्व कप दो अलग अलग बातें हैं। उन्होंने कहा कि यह दो देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज और टी20 विश्व कप आइसीसी का टूर्नामेंट है।
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि पीसीबी को मार्च में टी20 विश्व कप के लिए टीम भारत भेजने के लिए सरकार से मंजूरी लेनी होगी। उन्होंने कहा कि हम हालात पर नजर रखे हुए हैं लेकिन पाकिस्तान के मुताल्लिक भारत के मौजूदा माहौल में हमें सरकार से इजाजत लेनी होगी कि क्या हालात टीम को वहां भेजने के लिये महफूज हैं। श्रीलंका में संक्षिप्त द्विपक्षीय सीरीज को लेकर भारत सरकार की अभी तक मंजूरी नहीं दिए जाने से शहरयार निराश दिखे। उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि सीरीज के आयोजन की मेरी कोशिशों को लेकर कुछ लोग मेरी आलोचना कर रहे हैं लेकिन आखिर में हम इतना ही चाहते हैं कि या तो अभी यह सीरीज हो या हमें अगले एक साल इंतजार करना होगा। भारत को दोनों बोर्ड के बीच हुए एमओयू का सम्मान करना चाहिए।
शहरयार ने यह भी कहा कि भारत अगर सीरीज खेलने को राजी नहीं होता तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को आर्थिक नुकसान होगा लेकिन वह दिवालिया नहीं हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अल्लाह के फजल से हमारी माली हालत अच्छी है। यह सीरीज नहीं होने से हमें नुकसान तो होगा लेकिन इसके यह मायने नहीं है कि हम बिल्कुल कंगाल हो जाएंगे। पीसीबी प्रमुख ने कहा कि उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी है और आइसीसी भी चाहती है कि सीरीज जल्दी हो। उन्होंने कहा कि हम कुछ दिन और भारत के जवाब का इंतजार करेंगे जिसके बाद आगे बढ़ना होगा। उन्होंने बताया कि ईसीबी अध्यक्ष जाइल्स क्लार्क इस मसले पर मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं।
विदेशी कोच के मार्गदर्शन में पाक टीम में सुधार: युसूफ
कराची: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोहम्मद युसूफ ने सुझाव दिया है कि सिर्फ विदेशी कोचों और सहयोगी स्टाफ के आने से ही भविष्य में राष्ट्रीय टीम का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है। युसूफ ने कहा कि खिलाड़ियों और टीम का प्रदर्शन विदेशी कोच और सहयोगी स्टाफ के आने से ही बेहतर होगा। उन्होंने यूएई में इंग्लैंड के हाथों पाकिस्तान की वनडे और टी20 सीरीज में हार के बाद यह बात कही।
उन्होंने कहा अगर हालात ऐसे ही रहे तो पाकिस्तान की रैंकिंग और खिसक जाएगी क्योंकि अगले साल इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया का दौरा करना है। युसूफ ने यह भी कहा कि डेव वाटमोर और ज्यौफ लासन जैसे विदेशी कोचों को फिर नहीं बुलाना चाहिऐ जो कड़े फैसले लेने से डरते थे और खिलाड़ियों व अधिकारियों के आगे घुटने टेक देते थे। उन्होंने कहा कि इस तरह के कोचों की जरू रत नहीं है। टीम को बाब वूल्मर जैसा कोच चाहिये जो टीम में बदलाव ला सके।