अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइजेज (ACE) ने ऐलान किया है कि शाहरुख खान की सह-मालिकाना हक वाली फ्रेंचाइजी नाइट राइडर्स उनकी एक अहम क्रिकेट लीग में प्रमुख निवेशकों के रूप में शामिल हुई है। अमेरिका की यह क्रिकेट लीग मल्टी-मिलियन डॉलर T20 टूर्नामेंट है। इस इनवेस्टमेंट से नाइट राइडर्स ने दुनिया के सबसे बड़े मीडिया मार्केट में कदम रखा है। नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी की टीमें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में खेलती हैं।

एसीई के को-फाउंडर्स (सह-संस्थापकों) में से एक विजय श्रीनिवासन का मानना है कि इस लीग क्रिकेट से अमेरिका में इस खेल को बढ़ावा मिलेगा। श्रीनिवासन ने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज से बातचीत में बताया, ‘हम इस बात को लेकर काफी उत्साहित हैं कि नाइट राइडर्स इस लीग क्रिकेट में हिस्सा बन रहा है। अमेरिकी क्रिकेट को समर्थ बनाने के लिए हम उनके साथ काम करने के लिए तत्पर हैं। इससे अमेरिका में क्रिकेट को फायदा मिलेगा। यह अच्छा है कि वह शुरुआत से ही हमारे साथ जुड़ रहे हैं। उनका इनवेस्टमेंट हमारी योजनाओं पर भी मुहर लगाता है। अमेरिका में क्रिकेट के भविष्य को लेकर यह लॉन्ग-टर्म इनवेस्टमेंट (दीर्घकालिक निवेश) है।’

नाइट राइडर्स के सीईओ वेंकी मैसूर ने पिछले साल खुद कहा था कि उनकी फ्रेंचाइजी को दुनिया की तमाम स्पोर्टिंग लीग में इनवेस्ट (निवेश) करने के प्रस्ताव मिल रहे हैं। मैसूर ने क्रिकबज से कहा, ‘अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा मीडिया मार्केट है, जिससे हमें बिल्कुल अलग मौके मिलेंगे। हमें लगता है कि अमेरिका में क्रिकेट के लिए मार्केट अच्छा है। अमेरिका में ऐसे ब्रांड्स हैं, जो क्रिकेट को अपने विज्ञापन के प्लैटफॉर्म की तरह देखते हैं।’

क्रिकबज की मानें तो नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी लॉस एंजिल्स फ्रेंचाइजी को हासिल करने का विचार कर रही है। वेंकी मैसूर के मुताबिक, उनके ‘एलीट प्रॉडक्ट’ (यहां उनका भाव उस फ्रेंचाइजी से है, जिसमें नाइटराइडर्स निवेश करने वाली है) में शीर्ष एथलीट्स की उपस्थिति उनकी प्राथमिकता रहेगी। वेंकी मैसूर ने बताया, ‘हमारे पास अब तक पूरा विवरण नहीं हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि छह फ्रेंचाइजी के पास सामूहिक रूप से लीग की लगभग 75% हिस्सेदाराी हो सकती है और बाकी 25% हिस्सेदारी छोटे शेयरधारकों और प्रमोटरों के पास जा सकती है।