कुछ ही दिन पहले क्रिकेट को अलविदा कहने वाले वीरेंद्र सहवाग ने पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली पर निशाना साधा है। उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि हो सकता है गांगुली अपनी कप्तानी में मनमर्जी से खिलाड़ियों को टीम के बाहर-भीतर करवाते रहे हों। रिटायरमेंट पर गांगुली के एक बयान से जुड़े सवाल के जवाब में सहवाग ने यह बात कही। गांगुली ने कहा था कि हो सकता है कि वीरेंद्र सहवाग को कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने टीम से बाहर करवाया हो।
इंटरव्यू में सहवाग से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि धौनी ने उन्हें बाहर करवाया? उन्होंने जवाब दिया- नहीं, वह ऐसा नहीं कर सकते। यह चयनकर्ताओं का निर्णय होता है। फिर सवाल हुआ- लेकिन गांगुली तो ऐसा कह रहे हैं? इस पर सहवाग बोले- हो सकता है जब गांगुली कप्तान थे तो वह चयनकर्ताओं को कह कर मन मर्जी से क्रिकेटर्स को टीम में शामिल या टीम से बाहर करवाते रहे होंगे। लेकिन उसके बाद यह ट्रेंड बदल गया। उसके बाद भी दो कप्तान हुए- राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले।
सहवाग ने इंटरव्यू में यह भी बताया कि एक मैच में क्यों उन्होंने बोलिंग करने वाले खिलाड़ी को कहा था- तू बोलिंग कर रहा है या भीख मांग रहा है? उन्होंने बताया कि वह उस बोलर की गेंदों पर लगातार चौके लगा रहे थे। वह बार-बार कह रहा था सीधी गेंद पर चौका मारो तो जानें। इसी पर उन्होंने उसे शांत करने के लिए वह वाक्य कहा था। हालांकि, बाद में सहवाग ने उसकी सीधी गेंद् पर भी चौका मार दिया।
मैदान पर होने वाले ही ऐसे ही वाकयों का जिक्र करते हुए सहवाग ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच का किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया- सचिन और मैं बैटिंग कर रहे थे। एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बार-बार सचिन को चिढ़ा रहे थे। तुम तो बहुत छोटे हो, तुमसे नहीं होगा आदि बातें कह कर वह चिढ़ा रहे थे। तब मैंने उस खिलाड़ी से पूछा- तुम्हारी उम्र क्या है? उसने कहा- 23 साल। मैंने कहा- उनकी तो इससे ज्यादा सेंचुरीज हैं। फिर मैंने उस खिलाड़ी से पूछा- तुम कितने साल से खेल रहे हो। उसने कहा- 10 साल। मैंने कहा- इससे ज्यादा तो उन्होंने विकेट ली हुई हैं। तब जाकर वह खिलाड़ी शांत हुआ।