पाकिस्तान के दिग्गज स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने 1999 के विश्व कप फाइनल में हार के बाद की दास्तां बयां की है। सकलैन को पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक माना जाता है। उन्होंने ऐसे समय अपनी पहचान बनाई, जब टीम में तेज गेंदबाज का दबदबा हुआ करता था। सकलैन ने अपने दम पर पाकिस्तान के लिए कई मैच जीते हैं। वह 1999 विश्व कप में पाकिस्तान टीम का अभिन्न हिस्सा थे। उस विश्व कप में पाकिस्तान को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
फाइनल में पाकिस्तानी टीम 39 ओवरों में महज 132 रन पर आउट हो गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने 20.1 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 133 रन बनाकर मैच जीत लिया था। उसमें शेन वॉर्न प्लेयर ऑफ मैच चुने गए थे। वॉर्न ने उस मैच में 33 रन देकर 4 विकेट लिए थे। उनके अलावा ग्लेन मैक्ग्रा ने 13 और टॉम मूडी ने 17 रन देकर 2-2 विकेट लिए थे। सकलैन ने उस मैच में 21 रन देकर एक विकेट लिया था।
सकलैन ने रौनक कपूर से बातचीत में बताया, दिसंबर 1998 में मेरी शादी हुई थी। मेरी बेगम लंदन में ही रहती थीं। मैं दिन में प्रैक्टिस करता था। शाम को पत्नी के साथ समय बिताता था। अचानक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने परिवार को वापस भेजने का फरमान सुना दिया। मैंने हेड कोच को बोला, मुश्ताक अहमद को बोला। लेकिन कोई बात नहीं बनी। इस पर मैंने इस नियम का पालन नहीं करने का फैसला किया।
सकलैन ने बताया, जब भी कोई मेरे कमरे को खटखटाता मैं बेगम को अलमारी में छिपा देता। टीम मैनेजर और कोच हमारे कमरे में चेकिंग के लिए आते थे। खिलाड़ी भी आते रहते थे। एक दिन किसी ने नॉक किया। मोहम्मद यूसुफ और अजहर महमूद आ गए। उनसे पहले भी दो लोग आकर गए थे, इसलिए बेगम अलमारी में ही बंद थीं। हालांकि, यूसुफ और अजहर को भनक लग गई। फिर मुझे उन्हें सच्चाई बतानी पड़ी। लेकिन मैंने उनसे कहा कि खुदा के वास्ते यह बात किसी से बताना नहीं।
सकलैन ने इसके बाद जो बताया वह कुछ ज्यादा भयावह था। उन्होंने बताया, ‘मैच हारने के बाद हम जल्द से जल्द होटल छोड़ना चाहते थे। मेरा सरे काउंटी से करार था, तो मैं लंदन में ही रुक गया बेगम के साथ। बेगम ने बताया कि घर में खाने को नहीं है। मैंने कहा कि अब मैं तुम्हें रेस्त्रां में नहीं ले जाऊंगा। बेगम ने कहा कि कुछ खरीद लेते हैं, घर में पका लेंगे।’
सकलैन ने कहा, ‘साउथ वेस्ट लंदन में अपना इलाका है। हम वहां की मार्केट से सामान खरीदने के लिए निकले। वहां एक ग्रॉसरी की शॉप थी। उसके सामने 2-4 और रेस्त्रां थे। मेरी वाइफ कहने लगी की मैं इधर जाती हूं तुम उधर जाओ। मैं जैसे ही उधर गया। 25-30 लोग आए और कहने लगे तेरी ऐसी की तैसी। सकलैन हम तुम्हारी टांगें तोड़ देंगे। वहां लड़ाई हो गई।’
सकलैन ने बताया, ‘मुझे घेर लिया उन लोगों ने। मेरी वाइफ चीखे मारते रही। मैं इसके साथ हूं। वे कहने लगे कि नहीं ये तो कसीनो में थे रात को। बेगम ने कहा खुदा की कसम यह कसीनो में नहीं थे। ये तो होटल के कमरे में थे। उन लोगों ने पूछा कि तुम कैसे कह सकती हो। हमें पता चला है कि वाइफ अलाउड नहीं थीं। इस पर बेगम ने कहा कि मैं तो अलमारी में छिपी पड़ी थी। तब मेरी जान बची। बेगम ने बचाई मेरी जान।’