शंकर मुथुसामी ने बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैंपियनशिप 2022 के सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया। उन्होंने थाईलैंड के शटलर पनिचाफोन तेरारत्सकुल को 21-13, 21-15 से हराया। इसके साथ ही उन्हों भारत के लिए पदक पक्का किया और स्टार भारतीय शटलर साइना नेहवाल के क्लब में शामिल हो गए। शंकर बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाले भारत के चौथे शटलर हैं। इससे पहले अपर्णा पोपट, साइना नेहवाल और सिरिल वर्मा यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
वहीं सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी पेरिस में फ्रेंच ओपन पुरूष युगल के फाइनल में पहुंच गई। राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन सात्विक और चिराग ने शनिवार को चोई सोल गयू और किम वोन हो की कोरियाई जोड़ी को सीधे गेम में हराया। दुनिया की आठवें नंबर की जोड़ी ने आक्रामक खेल दिखाते हुए 18वीं रैंकिंग की कोरियाई जोड़ी को 45 मिनट तक चले सेमीफाइनल में 21-18 21-14 से हराया।
सातवीं वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी 2022 में बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर टूर्नामेंट के दूसरे फाइनल में पहुंची है। इससे पहले इस जोड़ी ने साल के शुरू में जनवरी में इंडिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट जीता था। सात्विक और चिराग की जोड़ी ने अगस्त में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। अब फाइनल में उनका सामना इंग्लैंड के बेन लेन और सीन वेंडी तथा चीनी ताइपे के लु चिंग याओ और यांग पो हान की जोड़ी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा। भारतीय जोड़ी इस कोरियाई जोड़ी से पहले कभी नहीं भिड़ी थी।
चिराग फ्रंट कोर्ट पर दमदार दिखे
चिराग फ्रंट कोर्ट पर दमदार दिखे। सात्विक ने बैक से शानदार स्मैश जड़े जिससे भारतीयों ने बेहतरीन खेल दिखाया। वर्ष 2019 चरण की उप विजेता जोड़ी कहीं भी मुश्किल में नहीं दिखी और उन्होंने शुरू से ही शिंकजा कसे रखा। भारतीयों ने शुरू में 2-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन कोरियाई जोड़ी ने इसे 7-7 से बराबर कर दिया। पर सात्विक-चिराग ने ब्रेक तक चार अंक की बढ़त सुनिश्चित की।
भारतीयों ने कई बार कोर्ट के बाहर भी शॉट लगाए
ब्रेक के बाद कोरियाई जोड़ी ने वापसी की कोशिश की और वे 16-13 से आगे भी हो गए। लेकिन सतर्क चिराग ने सटीक रिटर्न ने उन्हें रोके रखा। हालांकि, भारतीयों ने कई बार कोर्ट के बाहर भी शॉट लगाए। लेकिन अंत में चिराग ने सटीक स्मैश से पहला गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में भी भारतीयों ने आक्रामकता जारी रखी और 7-4 की बढ़त बना ली। कोरियाई जोड़ी ने कई प्रयास किए, पर सफलता सात्विक-चिराग को हाथ लगी।