दिल्ली की एक अदालत ने साल 2000 में हुए मैच फिक्सिंग कांड के मुख्य आरोपी संजीव चावला को आज यानी 2 मई 2020 को जमानत दे दी है। यह क्रिकेट का सबसे बड़ा मैच फिक्सिंग विवाद था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए भी शामिल थे। विशेष न्यायाधीश आशुतोष कुमार ने चावला को दो लाख रुपए के निजी मुचलके पर राहत दी। अदालत ने कहा कि आरोपी पिछले 76 दिनों से हिरासत में था और मामले में जांच पूरी हो चुकी थी। वह बगैर इजाजत भारत छोड़कर भी नहीं जा सकता है।
अदालत ने संजीव चावला को मामले के जांच अधिकारी को अपनी आवाज का नमूना और लिखावट देने का निर्देश दिया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, चावला पांच मैचों को फिक्स करने में शामिल था। उसे फरवरी में लंदन से लाया गया था। दिल्ली पुलिस ने मैच फिक्सिंग का खुलासा किया था। चावला और हैंसी क्रोनिए के बीच हुई बातचीत को टैप किया था। अफ्रीकी टीम सीरीज खेलने के लिए फरवरी-मार्च 2000 में भारत दौरे पर आई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, चावला 90 के दशक में अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम का करीबी रहा है।
अपना नाम सामने आने के बाद पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने पैसे लेकर खराब खेलने की बात स्वीकार कर ली थी। क्रोनिए पर इस कारण आजीवन प्रतिबंध लगा था। बाद में जून 2002 में एक प्लेन क्रैश में उनकी मौत हो गई थी। फिक्सिंग विवाद के 13 साल बाद दिल्ली पुलिस ने संजीव चावला के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। हालांकि, भारत का पासपोर्ट रद्द होने के बाद चावला ने ब्रिटेन में नागरिकता हासिल कर ली थी। उसे बाद में ब्रिटेन ने भारत को सौंप दिया था।
ब्रिटिश कोर्ट के मुताबिक चावला दिल्ली का एक बिजनेसमैन है। वह 1996 में बिजनेस वीजा लेकर इंग्लैंड चला गया था। इसके बाद चावला लगातार भारत का दौरा करता था। दिल्ली पुलिस ने फरवरी में उसे कोर्ट में पेश किया था। चावला को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था, जिसकी अवधि 28 फरवरी को खत्म हो गई थी। इसके बाद चावला की कई जमानत याचिकाएं खारिज होती रहीं। लॉकडाउन के कारण उसकी अवधि और बढ़ गई थी।