पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा पर खराब व्यवहार के कारण एक मैच का प्रतिबंध लगने के बाद भारतीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री और टेस्ट कप्तान विराट कोहली की आक्रामकता को लेकर सवाल उठाये हैं।

मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो में अपने कालम में लिखा, मैं विराट कोहली-रवि शास्त्री की जोड़ी को लेकर थोड़ा चिंतित हूं। भारतीय ऑस्ट्रेलिया के बाद से ही अपने व्यवहार में नरमी लाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं और यहां तक कि श्रीलंका जैसी टीम के खिलाफ भी उलझ गये। मैं पूछता हूं कि क्या यह उन्हें गलत आचरण के रूप में नहीं दिख रहा है।

मांजरेकर का मानना है कि यह आक्रामकता की गलत भावना है। उन्होंने कहा, शायद यह उनकी आक्रामक क्रिकेट के नये ब्रांड का हिस्सा है। यदि ऐसा है तो फिर क्रिकेट की दृष्टि से इसका कोई मतलब नहीं बनता।

आक्रामक क्रिकेट के उनके संस्करण के कारण भारत को एक महत्वपूर्ण टेस्ट मैच के लिये अपने स्ट्राइक गेंदबाज की सेवाओं से वंचित होना पड़ा है जो शानदार फार्म में है।

भारत की तरफ से 37 टेस्ट और 74 वनडे खेलने वाले 50 वर्षीय मांजरेकर ने सवाल उठाया कि यदि मैच जीतने के लिये आक्रामकता जरूरी है तो फिर वे ऑस्ट्रेलिया में मैच क्यों नहीं जीत पाये।

उन्होंने कहा, लेकिन भारत कह सकता है कि हमने सीरीज जीती और विजयी टीम बनने के लिये आपको थोड़ा आक्रामकता की जरूरत पड़ती है। लेकिन इसके बाद सवाल उठता है कि ऑस्ट्रेलिया में आक्रामकता के कारण आपको क्यों जीत नहीं मिली।