पैर में चोट के कारण आराम के बाद वापसी कर रही साइना नेहवाल की नजरें मंगलवार से यहां शुरू हो रहे बीडब्ल्यूएफ विश्व सुपर सीरीज फाइनल्स बैडमिंटन टूर्नामेंट में शीर्ष खिलाड़ियों की मौजूदगी के बीच अपनी शानदार फॉर्म जारी रखने पर टिकी होंगी जबकि किदांबी श्रीकांत इंडोनेशिया मास्टर्स में प्रभावी प्रदर्शन के बाद बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे।

लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना पिछले महीने चीन सुपर सीरीज प्रीमियर में उप विजेता रहने के बाद से पैर की चोट से उबर रही हैं। चोट के कारण हांगकांग ओपन से बाहर रहने वाली साइना को मंगलवार को हमदान खेल परिसर में महिला एकल के ग्रुप ए के अपने पहले मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकुहारा का सामना करना है। साइना ने कहा, ‘‘शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना हमेशा कड़ा होता है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी।’’

मौजूदा सत्र में स्विस ओपन और इंडिया ओपन का खिताब जीतने वाले श्रीकांत के प्रदर्शन में उतार चढ़ाव देखने को मिला है और कई टूर्नामेंट में वह शुरुआती दौर से ही बाहर हो गए। लेकिन यह 22 वर्षीय खिलाड़ी पिछले हफ्ते इंडोनेशिया मास्टर्स ग्रां प्री गोल्ड में उप विजेता रहा और अब इस फार्म को बरकरार रखने की कोशिश करेगा। श्रीकांत को पहले मुकाबले में जापान के केंटो मोमोता का सामना करना है जिनके खिलाफ अब तक उन्होंने तीन मुकाबले जीते हैं और इतने ही मुकाबले गंवाए हैं।
इंडोनेशिया मास्टर्स के फाइनल में टामी सुगियार्तो से हारने वाले श्रीकांत ने कहा, ‘‘सत्र का दूसरा हिस्सा काफी मुश्किल रहा। मुझे सत्रांत प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।’’

वर्ष 2011 में फाइनल में पहुंची साइना ने नोजोमी के खिलाफ अब तक चारों मुकाबले जीते हैं। उन्होंने पिछले महीने चीन ओपन और अप्रैल में बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप में भी नोजोमी को हराया था। आल इंग्लैंड ओपन, विश्व चैम्पियनशिप और चीन ओपन के फाइनल में पहुंची 25 साल की साइना को ग्रुप ए में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी स्पेन की कैरोलिना मारिन और चीनी ताइपे की ताइपे की ताइ जू यिंग के साथ रखा गया है। साइना इस साल यिंग के खिलाफ एकमात्र मुकाबले में हार गई थी जबकि मारिन के खिलाफ आल इंग्लैंड और विश्व चैम्पियनशिप में भी इस भारतीय को शिकस्त झेलनी पड़ी।

दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत को पुरुष एकल के ग्रुप बी मैचों में चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन और डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन का सामना भी करना होगा। श्रीकांत ने पिछले साल हांगकांग ओपन में चाउ को हराया था जबकि इस साल उन्होंने एक्सेलसन के खिलाफ दोनों मुकाबले जीते हैं। राउंड रोबिन चरण के बाद प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो खिलाड़ी सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगे। साइना और श्रीकांत दोनों ने पिछले साल इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।