सचिन तेंदुलकर को भारत में क्रिकेट के भगवान के तौर पर पूजा जाता है। सचिन ने भले ही संन्यास ले लिया हो, लेकिन दुनिया में आज भी उनके करोड़ो फैंस हैं। एक जमाना था जब सचिन तेंदुलकर को देखने के लिए स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भर जाता था और जब मैच पाकिस्तान के साथ हो तो स्टेडियम में पैर रखने की जगह भी नहीं बचती थी। लेकिन क्या आप जानते हैं एक बार सचिन तेंदुलकर की वजह से स्टेडियम में दंगे जैसी स्थिति बन गई थी।
जी हां। ये बात 1999 की है जब कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन में 16 फरवरी से भारत और पाकिस्तान के बीच एशियन टेस्ट चैंपियशिप का मुकाबला खेला जा रहा था। पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। पहली पारी में पाकिस्तान की टीम कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी और 185 रन पर ढेर हो गई। पहली पारी में भारत के तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने 46 रन देकर 5 विकेट लिए। वहीं, वेंकटेश प्रसाद के खाते में 2 विकेट आए।
इसके जवाब में भारत की पहली पारी 223 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। भारत की ओर से सबसे ज्यादा 79 रन सदगोपन रमेश ने बनाए। वहीं, सचिन तेंदुलकर अपना खाता भी नहीं खोल सके और शोएब अख्तर की गेंद पर बोल्ड हो गए। इस विकेट के साथ ही शोएब भारतीय दर्शकों की नजर में विलेन बन गए। दूसरी पारी में पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने जबरदस्त पलटवार किया और सलामी बल्लेबाज सईद अनवर के 188 रन के दम पर 316 रन ठोक डाले। अब भारत के सामने जीत के लिए 279 रन का लक्ष्य था।
मैच के चौथे दिन यानी 19 फरवरी को सलामी बल्लेबाज सदगोपन रमेश और वीवीएस लक्ष्मण ने भारत को शानदार शुरुआत दी। भारत का पहला विकेट 108 रन के स्कोर पर गिरा। इसके कुछ ही देर बाद वीवीएस लक्ष्मण भी 40वें ओवर में 67 रन बनाकर आउट हो गए। अब सारा दारोमदार सचिन तेंदुलकर और रमेश के कंधो पर था। जब सचिन मैदान पर आए तब स्टेडियम में करीब 1 लाख लोग बैठे थे, जिनमें से अधिकतर तेंदुलकर की बैटिंग देखने आए थे।
फिर आया मैच का वो 43वां ओवर, जिसकी वजह से 19 फरवरी की तारीख क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गई। ये ओवर वसीम अकरम फेंक रहे थे। ओवर की तीसरी गेंद पर सचिन ने डीप-मिडविकेट की तरफ शॉट खेला और रन लेने के लिए दौड़ पड़े। 2 रन पूरे करते ही सचिन ने टेस्ट में 5000 रन पूरे कर लिए। अब जो होने वाला था उसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की थी। नदीम खान गेंद के पीछे भाग रहे थे और उनके थ्रो फेंकने से पहले ही सचिन और द्रविड़ तीसरे रन के लिए दौड़ गए। तेंदुलकर आराम से अपना तीसरा रन पूरा करने वाले ही थे कि तभी सचिन के क्रीज तक पहुंचने से पहले शोएब अख्तर उनसे टकरा गए।
पाकिस्तान द्वारा अपील किए जाने पर थर्ड अंपायर ने तेंदुलकर को रन आउट दे दिया। हालांकि रिप्ले में साफ लग रहा था कि शोएब जान बूझकर सचिन से टकराए थे। सचिन के रन आउट होने के बाद ईडन गार्डन में दंगे जैसी स्थिति हो गई थी। जगमोहन डालमिया और सचिन तेंदुलकर ने पुलिस के साथ मिलकर दर्शकों से शांति की अपील भी की, लेकिन इसके बाद भी बवाल नहीं थमा तो अंतिम दिन खाली स्टेडियम में मैच खेला गया। हालांकि भारत यह मुकाबला 46 रन से हार गया।