किसान आंदोलन पर अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेता लगातार बयान दे रहे हैं। इनमें कुछ नेता विवादास्पद बयान भी दे रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने ‘क्रिकेट के भगवान’ सचिन तेंदुलकर को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। तिवारी का मानना है कि तेंदुलकर को भारत-रत्न देना गलत था। बता दें कि तिवारी बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की पार्टी राजद के उपाध्यक्ष हैं।

तेंदुलकर ने रिहाना और ग्रेटा के ट्वीट के बाद सरकार का समर्थन करते हुए देश की एकजुटता के लिए ट्वीट किया था। शिवानंद तिवारी ने कहा, ‘‘गांव में रहने वाले किसान को रिहाना या ग्रेट के बारे में क्या जानकारी। सरकार ने उसके खिलाफ सचिन तेंदुलकर को उतार दिया। वह तरह-तरह के उत्पादों का विज्ञापन करते हैं। वह मॉडल हैं। सचिन जैसे व्यक्ति को भारत रत्न देना इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड का अपमान है। किसानों का जिस तरह से आंदोलन चल रहा है। जिस तरह से वो ठंड में डटे हुए हैं। 26 जनवरी की घटना को छोड़ दिया जाए तो उन पर अंगुली नहीं उठाई जा सकती।’’

दूसरी ओर, तेंदुलकर को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत का बयान भी सामने आया। टिकैत का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे बॉलीवुड एक्टर्स-खिलाड़ियों के रिहाना वाले ट्वीट पर रिएक्शन का जवाब देते दिखे। टिकैत ने सचिन तेंदुलकर के ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी। टिकैत ने कहा, ‘‘सचिन तेंदुलकर को इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए। इस मामले में उनको नहीं पड़ना चाहिए। वो सबके हैं, वो खिलाड़ी हैं, देश उनका बहुत सम्मान करता है, उन्हें इस सब में नहीं पड़ना चाहिए।’’

बता दें, सचिन तेंदुलकर ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘‘भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है। बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं लेकिन प्रतिभागी नहीं। भारतीय ही भारत को जानते हैं और भारत के लिए फैसला करना चाहिए। आइए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहें।’’