साउथ अफ्रीका ने 27 जून की सुबह (भारतीय समयानुसार) अफगानिस्तान को 9 विकेट से हरा कर इतिहास रच दिया। उसने न सिर्फ पहली बार आईसीसी वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया, बल्कि T20 इंटरनेशनल में अपनी सबसे बड़ी जीत (गेंदें शेष रहते हुए) भी दर्ज की। साउथ अफ्रीका ने मैच 8.5 ओवर (67 गेंदें शेष) में मैच जीत लिया।

इससे पहले साउथ अफ्रीका का रिकॉर्ड 51 गेंदें शेष रहते हुए मैच जीतने का था, जो उसने 2007 में जोहानिसबर्ग में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। अफगानिस्तान भी T20 इंटरनेशनल में पहली बार इतनी कम गेंदें खेलकर हारा। विकेटों के लिहाज से बात करें तो T20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका की यह दूसरी सबसे बड़ी जीत है।

इससे पहले साउथ अफ्रीका ने 2012 में हम्बनटोटा में जिम्बाब्वे के खिलाफ 10 विकेट से जीत हासिल की थी। साउथ अफ्रीका ने इससे पहले आईसीसी वर्ल्ड कप के सात सेमीफाइनल खेले थे। जिसमें से उसे 6 में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि 1999 में खेला गया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसका मैच टाई रहा था।

साउथ अफ्रीका ने आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2024 के पहले सेमीफाइनल में अफगानिस्तान को हराने के साथ ये रिकॉर्ड्स भी बनाए।

दक्षिण अफ्रीका ने पहली बार पुरुष विश्व कप (वनडे या टी20 इंटरनेशनल) के फाइनल में जगह बनाई। इससे पहले वे केवल एक बार आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल (1998 में नॉकआउट ट्रॉफी) में पहुंचे थे। उसमें वे चैंपियन रहे थे।

साउथ अफ्रीका ने की ऑस्ट्रेलिया की बराबरी

दक्षिण अफ्रीका की लगातार 8 जीत, टी20 विश्व कप में किसी टीम की संयुक्त रूप से सबसे लंबी जीत का सिलसिला है। ऑस्ट्रेलिया ने भी लगातार 8 जीत दर्ज (2022-2024) की हैं। इसमें उनकी पहली पांच जीत 2022 और आखिरी तीन जीत 2024 में थी। यह दक्षिण अफ्रीका द्वारा लगातार आठ पुरुष टी20 इंटरनेशनल जीतने का पहला उदाहरण भी है। इस फॉर्मेट में उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ सात था, जो उन्होंने 2009 और फिर 2021 में हासिल किया था।

अफगानिस्तान ने पहली बार बनाए इतने कम रन

56 रन: अफगानिस्तान का सबसे कम कुल टी20 इंटरनेशनल स्कोर बना। 2014 टी20 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ 72 रन पर ऑल आउट होना उनका पिछला सबसे कम स्कोर था।

यह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर भी था। इससे पहले सबसे कम स्कोर श्रीलंका का था, जो इस विश्व कप में न्यूयॉर्क में 77 रन पर ऑल आउट हो गया था।

अफगानिस्तान का 56 रन पर ऑलआउट होना अब टी20 विश्व कप में नॉकआउट मैच में किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर है। इससे पहले सबसे कम स्कोर 101 रन था, जो वेस्टइंडीज ने 2009 के सेमीफाइनल में श्रीलंका के खिलाफ और श्रीलंका ने 2012 के फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था।

एक्स्ट्रा रन रहे हाईएस्ट स्कोरर

अफगानिस्तान की पारी टी20 विश्व कप में पूरी की गई पारी का दूसरा उदाहरण है, जिसमें सबसे ज्यादा योगदान अतिरिक्त रन का रहा। अफगानिस्तान के 56 रन पर ऑल आउट होने में 13 अतिरिक्त रन शामिल थे, जबकि अजमतुल्लाह उमरजई (10) दोहरे अंक तक पहुंचने वाले अफगानिस्तान के एकमात्र बल्लेबाज थे। अतिरिक्त रन बनाने का दूसरा उदाहरण 2010 के टी20 विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ आयरलैंड के 69 रन पर ऑल आउट होने के दौरान आया था। उस मैच में गेंदबाजों ने 19 विकेट लिए थे।

फजलहक फारुकी ने वानिंदु हसरंगा को पीछे छोड़ा

इस विश्व कप में फजलहक फारुकी ने 17 विकेट लिए, जो टी20 विश्व कप के एक संस्करण में किसी गेंदबाज द्वारा लिए गए सबसे अधिक विकेट हैं। फजलहक फारुकी ने 2021 में वानिंदु हसरंगा के 16 विकेट के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। फजलहक फारुकी के दस विकेट पावरप्ले में आए, जो टी20 विश्व कप में किसी भी गेंदबाज की ओर से संयुक्त रूप (2010 में ड्रिक नैनेस के साथ) से सबसे अधिक विकेट हैं।

अफगानिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका का जीत-हार का रिकॉर्ड 5-0 है। उनकी पिछली 4 मुलाकातें भी विश्व कप में हुई थीं दो टी20 विश्व कप (2010 और 2016) में और दो वनडे विश्व कप (2019 और 2023) में।

अफगानिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका, भारत और नेपाल का 22 बार सामना किया है और यही वे तीन टीमें हैं, जिन्हें वह अब तक नहीं हरा पाया है।