भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच से खुद को बाहर कर लिया था। खराब फॉर्म से जूझ रहे रोहित शर्मा के टेस्ट करियर पर सवाल है। कई दिग्गज मेलबर्न टेस्ट को रोहित के टेस्ट करियर का आखिरी मैच मान चुके हैं। सोशल मीडिया पर रोहित की संन्यास की मांग उठ रही है। इस सबसे अलग रोहित शर्मा के बचपन के कोच ने भारतीय कप्तान को टेस्ट में वापसी का गुरुमंत्र दिया है।

दिनेश लाड हैं रोहित के बचपन के कोच

रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड है। उन्होंने 67 टेस्ट खेल चुके इस खिलाड़ी को घरेलू क्रिकेट खेलने की सलाह दी है। साथ ही यह भी बताया कि रोहित ने टी20 वर्ल्ड कप के बाद वनडे और टेस्ट से संन्यास क्यों नहीं लिया।

रोहित शर्मा का क्या है लक्ष्य

उन्होंने आईएएनएस से कहा, ‘मुझे लगता है कि रोहित के केवल दो लक्ष्य हैं: पहला, विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप जीतना और दूसरा, वनडे विश्व कप जीतना। वह चाहते तो सभी प्रारूपों (टी20 विश्व कप खिताब के बाद) से संन्यास ले लेते, लेकिन उन्होंने केवल टी20 क्रिकेट से संन्यास लिया। वह एकमात्र क्रिकेटर नहीं हैं जो रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्हें टेस्ट मैचों की तैयारी के लिए एक या दो घरेलू मैच खेलने चाहिए।”

उन्होंने बात जारी रखते हुए कहा, ‘टी20 क्रिकेट की वजह से बल्लेबाजों की मानसिकता बदल गई है। वह तकनीकी रूप से मजबूत क्रिकेटर हैं और पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने अच्छे रन बनाये थे। अगर हम जीतते हैं तो लोग रोहित को सर्वश्रेष्ठ कप्तान कहते हैं, लेकिन जब हम हारते हैं तो लोग कहते हैं कि उन्हें कप्तानी नहीं आती।”

रोहित शर्मा ने कहा- जल्द रिटायर नहीं होंगे

रोहित शर्मा खुद भी कह चुके हैं कि वह जल्दी संन्यास नहीं लेने वाले हैं। सिडनी टेस्ट के दौरान ब्रॉडकास्टर को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह मेहनत करेंगे और कमबैक करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं जल्द ही रिटायर नहीं होने वाला हूं, ऐसा कोई फैसला नहीं है। मैंने सिर्फ इसलिए इस मुकाबले से बाहर रहने का फैसला किया क्योंकि रन नहीं बन रहे थे। मैं कड़ी मेहनत करूंगा और कमबैक करूंगा। अभी रन नहीं बन रहे हैं, लेकिन इस बात की गारंटी नहीं है कि 5 महीने बाद भी रन नहीं बनेंगे।’