रोहित शर्मा को सोना बहुत पसंद है। वह भी सुबह देर तक। उनको सुबह-सुबह उठाना असंभव जैसा है। फिर चाहे वह योगा करना हो या फिर क्रिकेट ही क्यों ना खेलनी हो। रोहित शर्मा ने यह बात क्रिकेट कॉमेडी चैट शो वॉट द डक (What The Duck) में खुद कबूली थी। शो के होस्ट थे व्रिकम साथिया। हालांकि, रोहित ने देर से सोकर उठने का कारण भी क्रिकेट को ही बताया था।
व्रिक्रम साथिया ने रोहित से पूछा, ‘बंबई टीम के सब जो प्लेयर हैं, दोस्त हैं, कहते हैं कि रोहित शर्मा को सुबह उठाना असंभव है। चाहे वह क्रिकेट खेलने के लिए उठाना हो या फिर योगा के लिए। अलार्म-वलार्म तो चांस ही नहीं है। पांच-छह अलार्म भी चांस नहीं। फायर अलार्म लगता है। यह सच है?’ रोहित ने कहा, ‘कहीं हद तक आप बोल सकते हो हां। क्योंकि मैं काफी पसंद करता हूं सोना।’ रोहित ने बताया, ‘मैं इसलिए सोना ज्यादा पसंद करता हूं क्योंकि मैं अपने बारे में और अपने गेम के बारे में बहुत सोचता हूं। तो रात भर तक मैं सोचता रहता हूं।’
रोहित ने बताया, ‘बाकी जो मेरे दोस्त हैं, टीम के साथी हैं, वे सोचते नहीं हैं। वे जल्दी सो जाते हैं। तो इसलिए शायद वे लोग जल्दी सुबह उठ जाते हैं और मैं बाद में उठता हूं। मैं देर से सोता हूं इसलिए देर से उठता हूं।’ इसके बाद विक्रम ने रोहित से पूछा, ‘अच्छा 2008 न सिर्फ टीम इंडिया के लिए, बल्कि एमएस धोनी और आपके लिए भी बहुत अहम सीरीज थी। आपने फर्स्ट और लास्ट मैच में तोड़ ही दिया। उसके बारे में कुछ बताइए।’
रोहित ने कहा, ‘बिल्कुल, वह काफी चैलेंजिंग टूर था। जब हम वनडे खेलने गए थे। उसके पहले वहां (ऑस्ट्रेलिया में) पर टेस्ट सीरीज चल रही थी। सभी को पता था कि वहां पर टेस्ट सीरीज में क्या हो रहा था। तो इंडियन टीम के नाते प्रूव करना था कि हम किसी से डरते नहीं हैं। ये जो भी धमकी और या जो वो चीज है, उससे हमें कुछ फर्क नहीं पड़ता। हम अपना क्रिकेट खेलते हैं और जो भी बोलना है, हम हमारे क्रिकेट से बोलते हैं।’
रोहित ने बताया, ‘यह मैसेज था हमारे लिए। मैं उस समय बीस साल का था। मुझे अब भी याद है एमएस धोनी कैप्टन थे। काफी यंग लड़के थे उस टीम में। अनुभवहीन टीम थी। ऑस्ट्रेलिया में जाकर ऑस्ट्रेलिया के सामने आपको खेलना था। यह हमेशा से कठिन रहा है। लेकिन हमने एकसाथ टीम के तौर पर परफॉर्म किया।’