रोहित शर्मा और कोलकाता का नाता काफी पुराना है। हिटमैन ने यहां कई यादगार पारियां खेली हैं। उन्होंने कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर अपना फर्स्ट क्लास और टेस्ट डेब्यू किया था। इसके बाद इसी मैदान पर उन्होंने दो आईपीएल टाइटल जीते थे। यहीं पर पहला आईपीएल शतक और वनडे में 264 रनों की पारी खेली थी। रोहित ने एक इंटरव्यू में श्रीलंका के खिलाफ लगाए गए उस दोहरे शतक के बारे में विस्तार से बताया था। उन्होंने कहा था कि इतनी बड़ी पारी के बाद भी कोच डंकन फ्लेचर खुश नहीं थे।

रोहित ने स्पोर्ट्स एंकर विक्रम साठये को एक इंटरव्यू दिया था। इसमें रोहित ने कहा था, ‘‘मैं कोलकाता में खेलना पसंद करता हूं। वहां की कई यादें हैं। वहां के लोग काफी अच्छे हैं। 264 रन की पारी से पहले मैं वहां प्रैक्टिस मैच खेल रहा था। तीन महीने के बाद मैं प्रैक्टिस कर रहा था। अंगुली में चोट के बाद वापसी कर रहा था। उसके पहले मैं रिहैब कर रहा था। भारत और श्रीलंका के बीच 5 वनडे की सीरीज खेली जा रही थी। तीन मैच हो चुके थे। जब मैं टीम से जुड़ा तो काफी नर्वस था। कैच कैसे होगा? तेज थ्रो हो पाएगा या नहीं? मैं इंजरी के बाद पहली बार खेलने वाला था।’’

इसके आगे रोहित ने कहा था, ‘‘मैं काफी नर्वस था। उस मैच से पहले रात को सो नहीं पाया था। रात भर अपने वीडियो को देख रहा था। मैं अपना वीडियो देखना पसंद करता हूं। मैच के दिन वॉर्मअप करने गए थे तो मैं सोच रहा था कि टॉस जीते और फील्डिंग करें। क्योंकि पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी तो दबाव हटना मुश्किल था। लेकिन यह नहीं हुआ। पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी। मेरे पार्टनर थे अजिंक्य रहाणे। हमदोनों ने अच्छा स्टार्ट किया। शुरुआती 5 रन तो 15 या 20 गेंद पर बनाए। मैंने 50 रन बनाए 75 गेंद पर। उसके बाद लय में आ गया और 264 रन बना दिया।’’

रोहित ने आगे सुनाया, ‘‘264 रन बनाने के बाद मैं ड्रेसिंग रूम में आया तो हमारे कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि रोहित आपने शुरुआत में स्लो बल्लेबाजी की। नहीं तो आप 300 रन भी बना लेते। फिर मैंने कहा कि डंकन 264 रन आपके लिए पर्याप्त नहीं हुआ। फिर सभी लोग ड्रेसिंग रूम में हंसने लगे। उन्होंने कहा कि हमें कभी भी किसी चीज से खुश नहीं होना चाहिए। फिर मैंने कहा कि अभी तो मैं खुश हूं। इसके बाद हमने श्रीलंका को रनचेज नहीं करने दिया और मैच जीत गए।’’