सूर्यकुमार यादव और इशान किशन अच्छे दोस्त हैं। सूर्यकुमार यादव की ऋषभ पंत से भी काफी पटती है। हालांकि, ओकट्री स्पोर्ट्स के यूट्यूब चैनल पर दिए इंटरव्यू में सूर्यकुमार यादव ने दोनों को लेकर कई राज खोले। इंटरव्यू के दौरान सूर्यकुमार से पूछा गया था कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रैंचाइजी मुंबई इंडियंस में सबसे अच्छा दोस्त कौन है? सूर्यकुमार यादव भी लंबे अर्से से मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं।
इस सवाल के जवाब में सूर्यकुमार ने कहा, ‘अभी तो सबसे खास इशान है। वह बहुत फनी लड़का है। आप चाहे मैच हारो चाहे जीतो। आप उसे अपने साथ रखना ही चाहेंगे। हारे हुए हो तब तो और आप उसे अपने साथ में रखना चाहेंगे। उसकी वाइब ही अलग है। जैसे सिग्नल बाउंस होता है। वैसे-वैसे उसका टॉपिक बाउंस होता है। कहीं से भी, किसी भी चीज में से बातचीत बना सकता है।’
अपनी बात जारी रखते हुए सूर्यकुमार ने कहा, ‘अचानक से ले जाएगा कि भईया आपको याद है न्यूजीलैंड में क्या हुआ था? आप हम लोगों के साथ वेस्टइंडीज की सीरीज में आए थे क्या? मतलब ऐसा वह बात बाउंस करता रहता है। बहुत ज्यादा मजा आता है। ट्रेनिंग टाइम में मैंने ट्रेनर को भी बोलकर रखा है कि मेरा ट्रेनिंग उसके साथ ही होना चाहिए। कोई भी स्पॉन्सर कमिटमेंट है, उसमें भी वह चाहिए। साथ में ही चाहिए। कुछ भी हो। बैटिंग को अगर जा रहे हों तो हम एक दूसरे से क्रिकेट की बात करते ही नहीं हैं।’
मैच के दौरान यदि क्रिकेट की बात नहीं होती है तो क्या बात होती है के सवाल पर सूर्यकुमार ने कहा, ‘हम लोग स्कोरबोर्ड देखते ही नहीं हैं। जब तक कि हम चेज नहीं कर रहे होते हैं। ग्राउंड पर कुछ अलग ही बातें करते हैं। जैसे कि इशान कहेगा कि आज भईया रात में जाकर यह खाएंगे। मैच जिता दिया तो चॉकलेट, ब्राउनीज और आइसक्रीम तो निश्चित रूप से चाहिए। लेकिन यह बहुत अच्छा मजाक है।’
एंकर ने पूछा, ‘ये सारे विकेटकीपर इतने कैरेक्टर कैसे होते हैं? ऋषभ पंत कम है क्या?’ इस पर सूर्यकुमार ने कहा, ‘वह तो गजब है। ये दोनों (इशान और ऋषभ) अगर साथ में मिल गए तो…। अब इनके साथ आखिरी 7 महीने से मैं समय बिता ही रहा हूं। दोनों अगर साथ में मिल गए तो हाईट है, हाईट है। हाईट है मतलब हाईट है। मतलब ये लोग दोनों कुछ भी बातें कर सकते हैं। दोनों कुछ भी खा सकते हैं।’
सूर्यकुमार ने आगे कहा, ‘मतलब आइसक्रीम में बन डुबाकर भी खा सकते हैं। बन के ऊपर चॉकलेट आइसक्रीम डाल देते हैं, उसके ऊपर नैंडोस का सॉस डाल दिया, सिर्फ एक चिकन का पीस डालना ही रह गया था। यह कॉम्बीनेशन हो जाता है। इसलिए उनकी आंखों में यह बर्गर था, कि नहीं भईया खाओ। खाओ कल आपके अच्छे रन बनेंगे।’
एंकर ने हंसते हुए पूछा, ‘यह क्या नया …. है।’ इस पर सूर्यकुमार कहते हैं, ‘यह नया चालू हुआ है। खाने के वास्ते इतना नीचे जा सकते हैं। दोनों अनरियल (ख्याली) हैं। बिल्कुल साफ दिल वाले हैं। जो मुंह पर है वही दिल में है। प्योर सोल बोलते हैं ना, वही हैं दोनों। आपको उनका साथ टाइम स्पेंड करने में मजा आएगा।’ इतना सुनते ही एंकर हंसने लगते हैं। सूर्यकुमार यादव भी हंसने लगते हैं।