रिंकू सिंह ने टीम इंडिया के लिए अभी तक केवल 7 टी20 मैच खेले हैं, लेकिन बतौर फिनिशर उन्होंने प्रभावित किया है। तिरुवनंतपुरम में रविवार को दूसरे टी20 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के युवा बल्लेबाज ने फिर से शानदार प्रदर्शन किया। रिंकू ने केवल 9 गेंदों में 4 चौकों और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 31 रन बनाए। भारत ने 20 ओवर में 235/4 का विशाल स्कोर बनाया। उन्होंने यह रन 344 से अधिक की स्ट्राइक रेट से बनाए।

रिंकू सिंह की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह दबाव में बिखरते नहीं हैं। हर परिस्थिति में शांत रहते हैं। रिंकू सिंह ने मैच के बाद बताया कि डेथ ओवर्स में गेंदबाजों का किस तरह से सामना करते हैं। ऐसा नहीं है कि वह केवल बल्ला चलाते हैं। वह गेंद के हिसाब से शॉट खेलते हैं। वह इस तरह से बल्लेबाजी के लिए खास तरीके से नेट्स में प्रैक्टिस करते हैं।

रिंकू सिंह ने विस्फोटक पारी को लेकर क्या कहा?

रिंकू सिंह ने भारत-ऑस्ट्रेलिया टी20 सीरीज के ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर से बता करते हुए कहा, ” मैं इस नंबर पर काफी बल्लेबाजी करता हूं इसलिए मैं इस पोजिशन को जानकर निश्चिंत हूं। गेंद कहां लैंड कर रही है उसके अनुसार उसे खेलना पसंद करता हूं। मैं यह देखने की कोशिश करता हूं कि यह धीमी गेंद है या तेज, और मैं उसी के अनुसार खेलता देता हूं।”

फिनिशर की भूमिका के बारे में रिंकू सिंह क्या बोले

फिनिशर की भूमिका के बारे में रिंकू सिंह ने बताया कि उन्हें आमतौर पर बल्लेबाजी के लिए केवल 5-6 ओवर ही मिलते हैं। उन्होंने बताया कि वह इस तरह की परिस्थिति के अनुसार तैयारी करते हैं। कोच वीवीएस लक्ष्मण ने उन्हें यह दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि मुझे कभी 5-6 ओवर या शायद कभी 2 ओवर मिलेंगे। ठीक इसी तरह मैं अभ्यास करता हूं। जैसे कि मैं आखिरी पांच ओवर में बल्लेबाजी कर रहा हूं। वीवीएस सर ने भी मुझे नेट्स में इसी तरह खेलने के लिए यही कहा है।”