भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भारतीय क्रिकेट टीम के नवनियुक्त कोच रवि शास्त्री को आठ करोड़ रुपये तक की सालाना तनख्वाह दे सकता है। शास्त्री को सैलरी के अलावा दूसरे लाभ भी मिलेंगे। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारी शास्त्री के वेतन और भत्ते को लेकर एकराय थे। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच अनिल कुंबले का वेतन 6.5 करोड़ रुपये सालाना था। भारतीय टीम के तीन अन्य सहायक कोचों भारत अरुण, आर श्रीधर और संजय बांगड़ को 2.3 करोड़ रुपये सालाना वेतन दिए जाने की खबर है। इन तीनों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए मिलने वाली रियायत को भी उनका वेतन तय करते समय ध्यान रखा गया।

लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू करने के लिए बनाए गए प्रशासक समिति (सीओए) ने शनिवार (14 जुलाई) को चार सदस्यों का एक बोर्ड बनयाा जिसे नए कोचों के वेतन और भत्ते का फैसला करना है। इस बोर्ड में बीसीसीआई अध्यक्ष सीके खन्ना और सीईओ राहुल जौहरी शामिल हैं। इन दोनों के अलावा बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी और सीओए सदस्य डियाना एडुजी भी बोर्ड में शामिल हैं।

बीसीसीआई ने मंगलवार (18 जुलाई) को भरत अरुण को भारत का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया। आर श्रीधर को क्षेत्ररक्षण कोच नियुक्त किया गया। संजय बांगड़ को सहायक कोच नियुक्त किया गया। साल 2014 में जब भारतीय टीम के डायरेक्टर थे तब भरत अरुण पहली बार टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच बने थे। भारतीय क्रिकेट टीम का कोच चुनने वाली समिति ने जहीर खान को गेंदबाजी कोच और राहुल द्रविड़ को बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया था लेकिन बीसीसीआई ने बाद में इस मामले में यू-टर्न ले लिया।

बीसीसीआई ने कहा है कि जहीर खान विदेशी दौरों के दौरान जरूरत के अनुसार टीम के गेंदबाजी सलाहकार होंगे। राहुल द्रविड़ को लेकर मौजूदा स्थिति अभी तक साफ नहीं है। हालांकि बीसीसीआई ने उनके भी विदेशों में खास दौरों के लिए टीम इंडिया के बल्लेबाजी सलाहकार होने की बात कही है। सीएसी के सदस्यों सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने सीओए प्रमुख विनोद राय को इस बाबत एक पत्र भी लिखा था।