लंदन ओलंपिक में पदक से चूकने वाली थाईलैंड की अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी रतचानोक इंतानोन अब रियो खेलों में पदक हासिल करना चाहती हैं लेकिन उनका मानना है कि इसके लिये उन्होंने अपने खेल पर अधिक ध्यान देना होगा। इंतानोन ने कहा, ‘‘कई लोग मुझसे पूछते हैं कि मेरी जिंदगी का सबसे दुखद पल कौन सा था। मैं कहती हूं कि यह लंदन ओलंपिक था। मैं तब 16 साल की थी और मैंने तब जुलियन शेंक को हराया था और जब मैं क्वार्टर फाइनल वांग झिन के खिलाफ खेल रही थी तो सोच रही थी कि मैं सेमीफाइनल में पहुंच सकती हूं। इसके बाद निर्णायक गेम में मैं काफी थकान महसूस करने लगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी उत्साहित थी और फिर यह सोचने लग गयी थी कि मैं उसकी तरह नहीं खेल सकती हूं। मैं यह सोचने लगी कि मेरी फिटनेस अच्छी नहीं है और हार गयी। मैं दुखी थी और तब मेरे कोच ने मुझसे कहा कि यहां तक कि लिन डैन और ली चोंग वेई भी ओलंपिक में पहली बार पदक नहीं जीत पाये थे और मुझे दुखी नहीं होना चाहिए और सकारात्मक बने रहना चाहिए।’’

इंतानोन ने कहा कि अब वह रियो ओलंपिक में अपना सपना पूरा करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने खेल पर अधिक ध्यान देना होगा और बाहरी चीजों से खुद को प्रभावित होने से बचाना होगा। मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी। मैं अपने खेल को लेकर अधिक सहज हूं और इस साल अनुभवी खिलाड़ी के रूप में भाग लूंगी।’’