रणजी ट्रॉफी के नए सीजन के लिए बीसीसीआई ने एक बड़ा कदम उठाया है। बोर्ड के नए फैसले के मुताबिक अब हर प्लेयर ऑफ द मैच को मेडल दिया जाएगा। इसके बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या अब मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को कैश प्राइज नहीं मिलेगा। बीसीसीआई ने जो सर्कुलर भेजा है उसमें कैश प्राइज को लेकर कोई सफाई नहीं दी गई है।
प्लेयर ऑफ द मैच को दिए जाते थे 25 हजार रुपए
पिछले सीजन तक प्लेयर ऑफ द मैच को स्पॉनसर्स की तरफ 25000 रुपए दिए जाते थे। हालांकि इस साल खिलाड़ियों को मेडल दिए गए। मैच रेफरी और स्टेट एसोसिएशन को भेजे गए मेल में लिखा गया, ‘आपको यह बताया जा रहा है कि बीसीसीआई ने रणजी मैचों के एलीट और प्लेट ग्रुप के मेजबान एसोसिएशन को प्लेयर ऑफ द मैच मेडल भेज दिए हैं। हर मैच के दौरान आपको यह मेडल मैच रेफरी को देने होंगे।’
बीसीसीआई के फैसले की वजह
बीसीसीआई के मुताबिक वह चाहते हैं कि खिलाड़ी मोमेंटो के तौर पर अपनी मेहनत को याद रख सके। अब तक केवल अंतरराष्ट्रीय मैच और आईपीएल में ही मेडल दिए जाते थे लेकिन बीसीसीआई ने सोचा कि उन्हें भी अब मेडल देने चाहिए। देश के विभिन्न स्थानों पर 5 जनवरी से शुरू हुई रणजी ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता में नए खिलाड़ी अपना प्रभाव छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं कुछ पुराने खिलाड़ी अपनी खोई प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए जीजान लगा रहे हैं।
रणजी ट्रॉफी में खेलने वाली टीमें और उनके ग्रुप इस प्रकार हैं:
एलीट ग्रुप ए: सौराष्ट्र, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, विदर्भ, हरियाणा, सर्विसेज, मणिपुर।
एलीट ग्रुप बी: बंगाल, आंध्र, मुंबई, केरल, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, बिहार।
एलीट ग्रुप सी: कर्नाटक, पंजाब, रेलवे, तमिलनाडु, गोवा, गुजरात, त्रिपुरा, चंडीगढ़।
एलीट ग्रुप डी: मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बड़ौदा, दिल्ली, ओडिशा, पांडिचेरी, जम्मू और कश्मीर।
प्लेट ग्रुप: नागालैंड, हैदराबाद, मेघालय, सिक्किम, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश।