रियो ओलंपिक्‍स में पीवी सिंधू और कैरोलिना मारिन के बीच खेला गया महिला एकल का बैडमिंटन फाइनल मैच इस साल भारत में सर्वाधिक देखे गए मैच में से एक है। इस मैच को पांच टीवी चैनलों पर हर मिनट 17.3 मिलियन यानि के एक करोड़ 73 लाख लोगों ने देखा। ब्रॉडकास्‍ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल(बार्क) की रिेपोर्ट के अनुसार भारत में इस मैच से ज्‍यादा सिर्फ क्रिकेट ही देखा गया है। गौरतलब है कि रियो ओलंपिक में सिंधू को फाइनल में हार झेलनी पड़ी थी। हालांकि उन्‍होंने सिल्‍वर मेडल पहले ही पक्‍का कर लिया था। ओलंपिक में सिल्‍वर मेडल जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला हैं।

सिंधू और मारिन के मैच ने प्रो कबड्डी लीग(पीकेएल) 4 के फाइनल, यूरोपियन फुटबॉल लीग( यूईएफए) और विंबलडन के पुरुषों के फाइनल को भी पीछे छोड़ दिया। पीकेएल को प्रति मिनट 1.43 करोड़ लोगों ने जबकि यूईएफए को प्रति मिनट डेढ़ करोड़ लोगों ने देखा था। आईपीएल-9 का फाइनल मैच सबसे आगे रहा। इस मैच को प्रति मिनट 4.46 करोड़ लोगों ने देखा था। यह मैच 29 मई को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया था। रियो में कुश्‍ती में कांस्‍य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक के मैच को प्रति मिनट 87 हजार लोगों ने देखा था। मामूली अंतर से कांस्‍य पदक से चूकने वाली जिम्‍नास्‍ट दीपा कर्माकर के मैच को प्रति मिनट 33 लाख लोगों ने देखा। रियो को प्रसारण दूरदर्शन और स्‍टार स्‍पोर्ट्स पर हुआ था।

इधर, रियो में सिल्‍वर जीतने के बाद से सिंधू की ब्रांड वैल्‍यू में भी जोरदार बढ़ोत्‍तरी देखने को मिली है। उनका काम देखने वाले लोगों का कहना है कि रियो से पहले जब वे उनके लिए ब्रांड ढूंढ रहे थे तो उन्‍हें ना सुनने को मिली थी। लेकिन अभी काफी लोग सिंधू को साइन करना चाहते हैं। हालांकि सिंधू जल्‍दबाजी नहीं कर रही हैं और उन्‍होंने किसी से हाथ नहीं मिलाया है। बैडमिंटन खिलाडि़यों में इस समय साइना नेहवाल के पास सबसे ज्‍यादा ब्रांड एंडॉर्समेंट हैं। वे 12 ब्रांड के साथ जुड़ी हुई हैं।