प्रो कबड्डी लीग 2017 की शुरुआत 28 जुलाई को हो रही है। कबड्डी के इस महा-मुकाबले के पाचवें सीजन में कुल 12 टीमें हिस्सा लेंगी। इस साल पहली बार उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और तमिलनाडु की टीमें भी अपना जोर आजमाएंगी। सभी टीमों के लिए खिलाड़ियों की नीलामी मई में हुई थी। नीलामी के दौरान से 400 अधिक खिलाड़ियों को 46.99 करोड़ रुपये में टीम मालिकों ने खरीदा। इस नीलामी में सबसे महंगे बिके नितिन तोमर। उन्हें उत्तर प्रदेश की टीम ने 93 लाख रुपये में खरीदा। इस मामले में दूसरे स्थान पर रहे रोहित कुमार जिन्हें बेंगलुरु बुल्स ने 81 लाख रुपये में खरीदा। बात देश के बाहर से आए खिलाड़ियों की करें तो सबसे ज्यादा महंगे विदेश खिलाड़ी हैं दक्षिण कोरिया के जान्ग कुल ली जिन्हें बंगाल वारियर्स ने 80.30 लाख रुपये में खरीदा। प्रो कबड्डी लीग 2017 में 13 हफ्तों तक 11 राज्यों में 130 से अधिक मुकाबले होंगे। कोई शक नहीं कि ये मुकाबले दिलचस्प होंगे। इस साल के मुकाबले शुरू हों इससे पहले आइए हम आपको बताते हैं कि इससे पहले के सीजन की पांच बेस्ट टीमें कौन सी रही थीं।
पिंक पैंथर्स, सीजन 1-

1- जयपुर साल 2014 में प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन में जीतने वाली राजस्थान की टीम ने अपने खेल से पूरे देश को कबड्डी प्रेमियों का दिल जीत लिया था। जसवी सिंह, मनिंदर सिंह, राजेश नरवाल, रोति राना और प्रशांत चावण जैसे खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से विपक्षियों के छक्के छुड़ा दिए। वहीं रण सिंह और नवनीत गौतम जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने टीम को मुश्किल हालात में संभालकर जीत की दहलीज तक पहुंचाया। प्रो कबड्डी लीग के सीजन-1 में कुल आठ टीमों में हिस्सा लिया था। फाइनल में जयपुर पिंक पैंथर्स ने यू मुंबा को हरा कप जीता था।
2- यू मुंबा, सीजन 2-

शाहरुख खान की फिल्म का डॉयलाग आपने भी सुना होगा- हार कर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं। प्रो कबड्डी लीग के दूसरे सजीन में यू मुंबा ने खुद को बाजीगर साबित किया। सीजन 1 में फाइनल में हारने वाली यू मुंबा ने सीजन 2 में बेंगलुरु बुल्स को हराकर खिताब जीता। पूरे टूर्नामेंट में यू मुंबा का सातों खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाया। अनुप कुमार, शब्बीर बापू, ऋषांक देवडिगा, मोहित छिल्लर, सुरेंद्र नड्डा और जीवा कुमार जैसे खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से विरोधियों को लोहे के चने चबवा दिए।
3- पटना पाइरेट्स, सीजन 3-

प्रो कबड्डी लीग के तीसरे सीजन में पटना पाइरेट्स नई विजेता बनकर उभरी। पटना पाइरेट्स ने इस सीजन में कई नजदीकी मुकाबले जीते। इस सीजन में पुनेरी पलटन से पटना के दो मैच ड्रा भी हुए। पटना के संदीप नारवाल और प्रदीप नारवाल उसके लिए सबसे बड़ी पूंजी साबित हुए। इन दोनों ने रोहित कुमार के साथ मिलकर पटना की जीत संभव बना दी। फाइनल में पिछले सीजन के विजेता यू मुंबा को हराकर पटना चैंपियन बना।
4- पटना पाइरेट्स, सीजन 4-

प्रो कबड्डी लीग के सीजन 4 में पटना पर खिताब बचाने का दबाव था। वहीं यू मुंबा और जयपुर पिंक पैंथर्स पर अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने को दबाव। सीजन 4 में फाइन मुकाबला दो पूर्व चैंपियन के बीच हुआ। पटना पाइरेट्स ने रोमांचक मुकाबले में जयपुर पिंक पैंथर्स को हरा दिया। धर्मराज सी, फजल अत्रचली, बाजीराव होडगे जैसे खिलाड़ियों ने पटना की टीम को नई धार दी थी। इनके अलावा प्रदीप नारवाल, कुलदीप सिंह और राजेश मंडल ने अपनी टीम को दोबारा ताज पहनाने में अहम रोल निभाए।
5- तेलुगु टाइटन्स-

जो टीमें पिछले चार सीजन में एक बार भी खिताब जीतने में कामयाब नहीं रहीं उनमें तेलुगु टाइटन्स ने शायद सर्वाधिक सहानुभूति बटोरी होगी। तेलुगु टाइटन्स दो बार सेमी-फाइनल में पहुंची तो दो बार वो पांचवे स्थान पर रही। राहुल चौधरी और नीलेश सालुंके जैसे खिलाड़ियों के भरोसे टीम ने अपने खेल से सभी कबड्डी प्रेमियों को प्रभावित किया। पांचवे सीजन में तेलुगु टीम अगर चौंकाने वाला परिणाम दे दे तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।

