स्वतंत्रता दिवस के समारोह में आज प्रधानमंत्री के विशेष निमंत्रण पर टोक्यो ओलंपिक में गए सभी भारतीय खिलाड़ी शामिल हुए। इस बार ओलंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने हमारा दिल ही नहीं जीता बल्कि आने वाली पीढियों को प्रेरित करने का बहुत बड़ा काम किया है ।

उन्होंने यह भी कहा कि खेलों में प्रतिभा, तकनीक और पेशेवरपन लाने के लिये जारी अभियान को और तेज तथा व्यापक करना होगा । आपको बता दें भारत ने हाल ही में संपन्न टोक्यो ओलंपिक में एक स्वर्ण सहित सात पदक जीते हैं जो देश का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है ।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा ,‘‘ एथलीटों पर विशेष तौर पर हम ये गर्व कर सकते हैं कि उन्होंने हमारा दिल ही नहीं जीता है लेकिन उन्होंने आने वाली पीढ़ियों को , भारत की युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का बहुत बड़ा काम किया है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाली युवा पीढ़ी , ऐसे हमारे एथलीट , हमारे खिलाड़ी आज इस आयोजन में हमारे बीच में हैं । मैं आज देशवासियों को , जो यहां मौजूद हैं, उनको भी और हिंदुस्तान के कोने कोने से जो इस समारोह में मौजूद हैं ,उन सभी को मैं कहता हूं कि हमारे खिलाड़ियों के लिये आइये कुछ पल तालियां बजाकर उनका सम्मान करें ।’’

प्रधानमंत्री ने कहा ,‘‘ भारत के खेलों का सम्मान , भारत की युवा पीढ़ी का सम्मान, भारत को गौरव दिलाने वाले युवाओं का सम्मान । देश…. करोड़ों देशवासी आज तालियों की गड़गड़ाहट के साथ हमारे इन जवानों का, देश की युवा पीढ़ी का गौरव कर रहे हैं , सम्मान कर रहे हैं ।’’

पीएम ने आगे अपने भाषण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा के महत्व के संदर्भ में खेलों का उदाहरण देकर कहा कि खेल के मैदान में भाषा कभी रूकावट नहीं बनी और नतीजा सभी ने देखा ।

उन्होंने कहा ,‘‘ देश ने देखा है कि खेल के मैदान में भाषा रूकावट नहीं बनी । उसका परिणाम देखा है कि हमारे युवा खिलने लगे हैं । खिल भी रहे हैं और खेल भी रहे हैं । अब ऐसा ही जीवन के अन्य मैदानों में भी होगा ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेलों को पाठ्येत्तर पाठ्यक्रम में नहीं बल्कि मुख्य पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है । जीवन को आगे बढ़ाने में जो भी प्रभावी माध्यम हैं, उनमें एक खेल भी है । जीवन में संपूर्णता के लिये खेलकूद आवश्यक है । एक समय था जब मां बाप बच्चों से कहते थे कि खेलते ही रहोगे तो जीवन बर्बाद कर लोगे लेकिन अब देश में फिटनेस को लेकर और खेलों को लेकर जागरूकता आई है।’’

 

प्रधानमंत्री ने कहा ,‘‘ इस बार ओलंपिक में भी हमने ये बदलाव देखा है और अनुभव किया है । ये बदलाव हमारे देश के लिये बहुत बड़ा टर्निंग प्वाइंट है । इसलिये आज देश में खेलों में प्रतिभा, तकनीक और पेशेवरपन लाने के लिये जो अभियान चल रहा है, इस दशक में हमें उसे और तेज करना है और व्यापक करना है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ ये देश के लिये गर्व की बात है कि शिक्षा हो या खेल , हमारी बेटियां आज अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रही हैं । आज भारत की बेटियां अपना स्पेस लेने के लिये आतुर हैं और हमें यह सुनिश्चित करना है कि हर कैरियर और कार्यक्षेत्र में उनकी समान सहभागिता हो । महिलाओं में सुरक्षा और सम्मान का भाव हो ।’

’70 पदक जीतने की तैयारी करनी होगी’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी टोक्यो ओलंपिक 2020 में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उन्हें अगली बार 70 पदक जीतने की तैयारी करनी होगी। उन्होंने साथ ही घोषणा की कि दिल्ली के 2048 ओलंपिक की मेजबानी के लिये दावेदारी पेश करने के लिये तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

दिल्ली सचिवालय में स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ने ओलंपिक सपने को साकार करने और प्रतिभाओं को तैयार करने के लिये दिल्ली खेल विश्वविद्यालय तैयार किया है। उन्होंने साथ ही खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार के खेल विश्वविद्यालय में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘हमने एक खेल विश्वविद्यालय बनाया है। यह सिर्फ दिल्लीवासियों के लिये नहीं है बल्कि पूरे देश के लिये है और इसे बनाने के पीछे भी काफी सारे उद्देश्य हैं। लेकिन पहला उद्देश्य ओलंपिक में बहुत सारे पदक जीतना है और मुझे पूरा भरोसा है कि इसमें दिल्ली के दो करोड़ लोग ही नहीं बल्कि भारत के 130 करोड़ लोग शामिल होंगे। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन प्रत्येक खिलाड़ियों से और उन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से खेल विश्वविद्यालय में आने के लिये कहूंगा और दिल्लीवासी आप सभी को सभी सुविधायें मुहैया करायेंगे। हम एक दिन ओलंपिक में 70 पदक हासिल करेंगे। ’’

पूर्व भारोत्तोलक और ओलंपिक पदक दिलाने वाली पहली महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी को विश्वविद्यायल की कुलपति नियुक्त किया गया है।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘हमने ओलंपिक में सात पदक जीते। मैं दो करोड़ दिल्लीवासियों की ओर से उन सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं और उनका शुक्रिया करता हूं कि उन्होंने पूरे देश में भारत का नाम रौशन किया। ’’

केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली 2047 के बाद शहर में ओलंपिक की मेजबानी करने के लिए काम कर रही है। इस साल के शहर के बजट में भी सरकार के 2048 ओलंपिक की मेजबानी की दावेदारी करने का जिक्र किया गया था।