टी20 क्रिकेट में विस्फोटक बल्लेबाजों और चतुर गेंदबाजों के बीच की जंग अक्सर मैच का रुख तय करती है। ऐसा ही एक दिलचस्प मुकाबला है रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के आक्रामक सलामी बल्लेबाज फिल सॉल्ट और पंजाब किंग्स के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के बीच। इन दोनों के बीच अब तक हुए टी20 मुकाबलों में अर्शदीप का पलड़ा भारी रहा है। आइए, उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर इस रोमांचक टक्कर पर नजर डालते हैं।
अर्शदीप की बल्लेबाज पर पकड़
सात टी20 पारियों में फिल सॉल्ट अर्शदीप सिंह के खिलाफ अपनी सामान्य आक्रामकता दिखाने में नाकाम रहे हैं। 29 गेंदों पर सिर्फ 24 रन बनाना इस बात का सबूत है कि सॉल्ट को या तो सतर्क रहना पड़ा या अर्शदीप ने उन्हें खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। अर्शदीप ने सॉल्ट को तीन बार आउट किया है और उनका औसत 8.0 रहा है। यानी औसतन हर आठ रन पर सॉल्ट का विकेट गिरा है जो अर्शदीप की इस बल्लेबाज पर मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
स्ट्राइक रेट और स्कोरिंग गति
सॉल्ट का अर्शदीप के खिलाफ स्ट्राइक रेट 82.75 है जो उनकी सामान्य टी20 बल्लेबाजी शैली से काफी कम है। सॉल्ट आमतौर पर तेजी से रन बनाते हैं लेकिन अर्शदीप की गेंदबाजी ने उन्हें रक्षात्मक रुख अपनाने पर मजबूर किया। 29 गेंदों में सिर्फ 24 रन बनाना इस बात का संकेत है कि अर्शदीप ने सॉल्ट की बाउंड्री लगाने की क्षमता को काफी हद तक रोका।
अर्शदीप की गेंदबाजी का विश्लेषण
अर्शदीप की सॉल्ट के खिलाफ सफलता का कारण उनकी गेंदबाजी में विविधता और सॉल्ट की आक्रामकता को भुनाने की काबिलियत हो सकती है। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में अर्शदीप की स्वाभाविक गेंदबाजी एंगल और इनस्विंगर दाएं हाथ के बल्लेबाज सॉल्ट के लिए मुश्किलें खड़ी करती हैं खासकर पावरप्ले में। इसके अलावा अर्शदीप की धीमी गेंदें और यॉर्कर सॉल्ट को अक्सर गलती करने पर मजबूर करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप वे तीन बार आउट हुए।
उसी क्रम में 34 वें मुकाबले में आए साल्ट के सामने अर्शदीप ने वही कारामात किया और सॉल्ट को 4 रन के निजी स्कोर पर चलता किया।