पाकिस्तान ने दो टेस्ट मैचों की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका को 2-0 से हरा दिया। इसके साथ ही उसने 18 सालों का सूखा खत्म कर दिया। पाकिस्तान अक्टूबर 2003 के बाद से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में सीरीज नहीं जीत सका था। उसने रावलपिंडी में 4 से 8 फरवरी तक खेले गए टेस्ट मैच में 95 रनों की जीत हासिल की। इससे पहले पाकिस्तान ने कराची टेस्ट 8 विकेट से अपने नाम किया था।

बाबर आजम कप्तान के तौर पर पहली बार सीरीज खेल रहे थे। वे बतौर कप्तान डेब्यू सीरीज जीतने वाले पांचवें पाकिस्तानी खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले फजल महमूद ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1959 में, मुश्ताक मोहम्मद ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 1976 में, जावेद मियांदाद ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1980 में और सलीम मलिक ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 1994 में बतौर कप्तान पहली सीरीज जीतने में सफलता पाई थी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली ने कुल 10 विकेट लिए। उन्होंने पहली पारी में 54 रन देकर 5 विकेट और दूसरी पारी में 60 रन देकर 5 विकेट लिए।

मैच में पाकिस्तान के लिए पहली पारी में फहीम अशरफ ने सबसे ज्यादा 78 रन बनाए। बाबर आजम ने 77 रन बनाए। फवाद आलम ने 45 रनों का योगदान दिया। पाकिस्तान ने 272 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली पारी में 201 रनों पर ही सिमट गई। उसके लिए टेम्बा बवुमा ने सबसे ज्यादा नाबाद 44 रन बनाए थे। पाकिस्तान को पहली पारी के आधार पर 71 रनों की लीड मिल गई।

पाकिस्तान ने दूसरी पारी में 298 रन बनाए। इस तरह दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 370 रनों का लक्ष्य मिला। दूसरी पारी में पाकिस्तान के लिए रिजवान ने शतक लगाया। उनके अलावा नुमाम अली ने 45 और पूर्व कप्तान अजहर अली ने 33 रनों का योगदान दिया। दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका के लिए एडेन मार्कराम ने 108 रनों की मैराथन पारी खेली। टेम्बा बवुमा ने 61 और रसी वान डर डुसेन ने 48 रन बनाए।