पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की चयन समिति ने 13 अक्टूबर 2024 की रात इंग्लैंड के खिलाफ बाकी बचे दो टेस्ट मैच के लिए अपनी टीम का ऐलान किया। टीम में पूर्व कप्तान बाबर आजम, शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और सरफराज अहमद के नाम नहीं थे। दिग्गज खिलाड़ियों को टीम से बाहर किये जाने पर चयन समिति के फैसले पर सवाल उठे।

हालांकि, पीसीबी ने बयान जारी कर कहा कि उसने बाबर और शाहीन अफरीदी को टीम से बाहर नहीं किया है, बल्कि आराम दिया है। हालांकि, पीसीबी से जुड़े सूत्रों के हवाले से क्रिकेट पाकिस्तान ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि बाबर आजम ने आराम नहीं मांगा था। यही नहीं, कप्तान शान मसूद और कोच जेसन गिलेस्पी भी उन्हें बाहर करने के खिलाफ थे।

चयन समिति के फैसले से बवाल: रिपोर्ट

रिपोर्ट में कहा गया है कि नई चयन समिति की ओर से चौंकाने वाले फैसले लिए जाने से बवाल मच गया है। जैसे ही नवनियुक्त चयन समिति की बैठक हुई, टीम में अप्रत्याशित रूप से बवाल मच गया। खिलाड़ी टीम के ऐलान से हैरान रह गए। चयम समिति के इस निर्णय ने पूरे शिविर में आश्चर्य की लहर दौड़ा दी। स्थिति से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मीर हमजा का रविवार सुबह तक टीम से बाहर कर दिया जाना तय था। पहले टेस्ट के लिए नहीं चुने जाने के बाद ही उन्हें उनके बाहर होने की सूचना दे दी गई थी।

दोनों मैच से बाहर होने पर शाहीन भी आश्चर्यचकित

वहीं, सर्दी और हल्के बुखार से पीड़ित शाहीन शाह अफरीदी ने टीम प्रबंधन को अपनी स्थिति के बारे में बताया था, लेकिन फिर भी खुद को दोनों मैच से बाहर पाकर हैरान थे। दूसरे टेस्ट के लिए स्पिन अनुकूल पिच के होने की उम्मीद है। इससे टीम के प्रमुख तेज गेंदबाजों को आराम देने के पीछे की रणनीति के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं। शाहीन को दूसरे टेस्ट के लिए आराम दिए जाने का अनुमान था, लेकिन यह जानकर आश्चर्य हुआ कि वह दोनों मैच नहीं खेल पाएंगे।

नसीम शाह की चोट भी बहुत गंभीर नहीं

इसी तरह, नसीम शाह के कंधे की समस्या चिंता का विषय रही है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि उन्हें इतनी गंभीर चोट नहीं है कि उन्हें दोनों टेस्ट मैच से बाहर रखा जाए। दोनों तेज गेंदबाजों को शुरू में लगा था कि वे सिर्फ एक मैच के बाद वापसी कर लेंगे, लेकिन अब यह उम्मीद टूट गई है। स्थिति तब और बिगड़ गई जब एक वरिष्ठ खिलाड़ी ने कथित तौर पर चयनकर्ताओं में से एक से संपर्क किया और टीम से बाहर किए जाने पर सवाल उठाया।

खिलाड़ी ने सुझाव दिया कि सिर्फ एक मैच के लिए आराम दिया जाना उसे अपनी फॉर्म हासिल करने में मदद करने के लिए एक रणनीतिक निर्णय हो सकता है। जवाब में, चयनकर्ताओं ने संकेत दिया कि उन्हें तीसरे टेस्ट के लिए वापस बुलाने की संभावना अब भी है। सूत्रों ने संकेत दिया कि बाबर आजम ने आराम करने का अनुरोध नहीं किया। वह पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्सुक हैं। कप्तान शान मसूद और कोच जेसन गिलेस्पी भी कथित तौर पर बाबर को बाहर करने के फैसले के खिलाफ थे।

चयनकर्ताओं और टीम नेतृत्व में मतभेद

इससे चयनकर्ताओं और टीम नेतृत्व के बीच मतभेद और भी उजागर हुए। हैरानी की बात यह है कि कायदे-आजम ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाले सरफराज अहमद को भी लंबे प्रारूप की सीरीज में खुद को साबित करने का मौका दिए बिना घर भेज दिया गया। ऐसे प्रमुख खिलाड़ियों को नज़रअंदाज करने के फैसले ने टीम को असमंजस में डाल दिया है और आने वाले मुकाबलों में प्रदर्शन पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं।