पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान ने गुरुवार को अपने शतक के सूखे को खत्म किया। बांग्लादेश के खिलाफ रावलपिंडी टेस्ट की पहली पारी में रिजवान ने 171 रन बनाए। उन्होंने सऊद शकील के साथ अहम साझेदारी की जिन्होंने शतकीय पारी खेली। रिजवान के पास दोहरा शतक लगाने का मौका था। रिजवान अपना दोहरा शतक पूरा करते इससे पहले ही कप्तान शान मसूद ने पारी घोषित कर दी।

शान मसूद की हुई आलोचना

शान मसूद के इस फैसले की काफी आलोचना हुई। सोशल मीडिया पर फैंस ने यह तक कहा कि मसूद ने जानबूझकर रिजवान के दोहरे शतक इंतजार नहीं किया। वहीं कुछ ने मसूद को मतलबी बताया। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए टीम के उप-कप्तान सऊद शकील ने अपने मसूद के फैसले का कारण बताया।

शकील ने बताया कारण

शकील ने बताया कि रिजवान को पहले से ही यह मालूम था कि टीम कब पारी घोषित करेगी। पाकिस्तान के उप-कप्तान ने कहा, ‘रिजवान भाई के दोहरा शतक की बात है तो यह साफ कर देता हूं कि पारी घोषित करने का फैसला जल्दबाजी में नहीं किया गया। रिजवान बाई एक-डेढ़ घंटे पहले से पता था कि टीम किस समय पारी घोषित करेगी। हम 450 तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे।’

रिजवान की शानदार पारी

विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और उपकप्तान सउद शकील ने पांचवें विकेट के लिए 240 रन की साझेदारी की। पाकिस्तान ने 448 के स्कोर पर अपनी पहली पारी घोषित की। रिजवान ने अपनी 171 रन की पारी में 239 गेंद खेली। इस पारी में 11 चौके और तीन छक्के शामिल थे।

यह रिजवान के टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी थी। वहीं शकील ने रेड बॉल फॉर्मेट में अपनी शानदार लय जारी रखते हुए 261 गेंद में नौ चौके की मदद से 141 रन रन बनाए। रिजवान पाकिस्तान के लिए टेस्ट में तीसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले विकेटकीपर-बल्लेबाज भी बन गए हैं।