भारतीय खेल जगत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। खेल जगत ने शोक और रोष जाहिर किया और इस घड़ी में आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया। कुछ खिलाड़ियों ने देश को पाकिस्तान के साथ सभी खेल संबंध तोड़ देने की मांग की। मंगलवार 22 अप्रैल 2025 को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर आतंकियों ने गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 26 नागरिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।

प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकी समूह के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा और पीवी सिंधु, भारत रत्न सचिन तेंदुलकर, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने जानमाल के नुकसान पर शोक जाहिर करते हुए दुख व्यक्त किया।

सचिन तेंदुलकर ने लिखा, ‘प्रभावित परिवार अकल्पनीय पीड़ा से गुजर रहे होंगे। इस अंधेरे समय में भारतीय और दुनिया उनके साथ खड़ी है। लोगों की जान जाने पर हम शोक मना रहे हैं और न्याय की प्रार्थना कर रहे हैं। विराट कोहली ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘पीड़ित परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना। उन सभी परिवारों के लिए शांति और शक्ति की प्रार्थना करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई। क्रूर कृत्य के लिए उन्हें न्याय मिले।’

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने लिखा, ‘कायरतापूर्ण। अमानवीय। शर्मनाक। पहलगाम में हुआ हमला सिर्फ लोगों की जान पर हमला नहीं है, बल्कि हमारे राष्ट्र की भावना पर भी हमला है। हम आतंक के खिलाफ एकजुट हैं। न्याय त्वरित, मजबूत और बिना किसी समझौते के होना चाहिए।’ उन्होंने लिखा, ‘पहलगाम में आतंकी हमले से दिल टूट गया है। मैं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों के इस कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं। भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी जांबाज सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ एकजुट है। न्याय की जीत होगी।’

नीरज चोपड़ा ने एक्स पर लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर में हुए दुखद हमले से दिल दहल गया है। पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं।’ पीवी सिंधु ने भी भावुक पोस्ट में लिखा, ‘पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए मेरा दिल दुखता है। इतना दर्द। इतना नुकसान। कोई भी किसी भी कारण से ऐसी क्रूरता को उचित नहीं ठहरा सकता। पीड़ित परिवारों का दुख शब्दों से परे है, लेकिन आप अकेले नहीं हैं। हम आपके साथ हैं।’

भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने लिखा, ‘पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी। भारत हमला करेगा।’ भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने लिखा, ‘इस कायराना हमले में अपनी जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदना है। इसे माफ नहीं किया जा सकता।’

लंदन ओलंपिक की कांस्य विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने लिखा, ‘पहलगाम आतंकी हमला उन खतरों की दिल दहला देने वाली याद दिलाता है जिनका हम सामना कर रहे हैं। मेरी प्रार्थनाएं उन आत्माओं और उनके परिवारों के साथ हैं जिन्हें हमने खो दिया। डर फैलाने वाले जान लें कि भारत एकजुट है, और न्याय होगा। जय हिंद।’ एक अन्य बैडमिंटन खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने लिखा, ‘पहलगाम में आतंकी हमले से प्रभावित पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। इस मुश्किल दौर से गुजर रहे सभी लोगों के लिए शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं।’

भारत के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने लिखा, ‘आज कश्मीर में जो कुछ हुआ, उसे सुनकर हैरान और क्रोधित हूं। मुझे विश्वास है जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा। पहलगाम में अपनी जान गंवाने वालों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।’ शुभमन गिल, केएल राहुल और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने भी शोक व्यक्त किया। शुभमन गिल गिल ने पोस्ट में लिखा, ‘पहलगाम में हमले के बारे में सुनकर दिल दहल गया। मेरी प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। इस तरह की हिंसा के लिए हमारे देश में कोई जगह नहीं है।’

केएल राहुल ने लिखा, ‘कश्मीर में आतंकी हमले के बारे में सुनकर दिल दहल गया। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। शांति और शक्ति के लिए प्रार्थना करता हूं।’ कुंबले ने लिखा, ‘पहलगाम में हुए दुखद हमले के बारे में सुनकर दिल दहल गया। निरर्थक हिंसा में निर्दोष लोगों की जान चली गई। प्रभावित परिवारों के लिए शक्ति और शांति की प्रार्थना करता हूं। आइए नफरत के खिलाफ एक साथ खड़े हों।’

पठान बंधुओं यूसुफ और इरफान ने भी गहरी पीड़ा व्यक्त की। इरफान पठान ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘हर बार जब एक निर्दोष की जान जाती है तो मानवता हारती है। आज कश्मीर में जो हुआ उसे देखना और सुनना दिल दहला देने वाला है। मैं कुछ दिन पहले ही वहां था। यह दर्द बहुत करीब से महसूस होता है।’

पश्चिम बंगाल के बहरामपुर से लोकसभा सांसद यूसुफ पठान ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए भीषण आतंकी हमले से बहुत स्तब्ध और दुखी हूं। उन परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। हिंसा के ऐसे कृत्यों के लिए हमारे समाज में कोई जगह नहीं है। शांति बनी रहे।’

जसप्रीत बुमराह और सूर्यकुमार यादव जैसे अन्य शीर्ष खिलाड़ियों ने भी इसी तरह की भावनाएं जाहिर कीं। भारत के पूर्व क्रिकेटर श्रीवत्स गोस्वामी ने कड़े शब्दों में एक पोस्ट लिखी, जिसमें पाकिस्तान के साथ सभी खेल संबंधों को समाप्त करने की मांग की गई। श्रीवत्स गोस्वामी ने लिखा, ‘…और यही कारण है कि मैं कहता हूं – आप पाकिस्तान के साथ क्रिकेट न खेलें। अभी नहीं। कभी नहीं।’

उन्होंने कहा, ‘जब बीसीसीआई या सरकार ने भारत को पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी में भेजने से इनकार कर दिया, तो कुछ लोगों ने यह कहने की हिम्मत की कि खेल को राजनीति से ऊपर उठना चाहिए। …निर्दोष भारतीयों की हत्या करना पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल लगता है और भारत को बल्ले और गेंद से नहीं, बल्कि शून्य सहनशीलता के साथ जवाब देना चाहिए।’

भारत ने 2012-13 के बाद से पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला है। बीसीसीआई ने इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी टीम भेजने से इनकार कर दिया था। अन्य भारतीय टीमें अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए पाकिस्तान की यात्रा करना जारी रखती हैं। श्रीवत्स गोस्वामी ने हाल ही में पहलगाम का दौरा किया था। उन्होंने बताया कि उन्हें घाटी में आशा और शांति लौटती हुई महसूस हुई है।

गोस्वामी ने कहा, ‘…और अब यह फिर से खून-खराबा। यह आपके अंदर कुछ तोड़ देता है। यह आपको सवाल करने पर मजबूर करता है कि हमसे और कितनी बार उम्मीद की जाएगी कि हम चुप रहें, ‘खेल भावना’ बनाए रखें, जबकि हमारे लोग मर रहे हैं। अब और नहीं। इस बार नहीं।’

ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज और सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्य विजेंदर सिंह ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, ‘हमारे बहादुर सैनिक आने वाले समय में इस कायरतापूर्ण हमले का मुंहतोड़ जवाब जरूर देंगे। भारत माता के वीर सपूतों की मौजूदगी में जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की चाहत रखने वालों के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।’