विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदकधारी शिव थापा ने आज माथे से खून निकलने के बावजूद खेलते हुए राष्ट्रीय पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपना पहला लाइटवेट (60 किग्रा) पदक पक्का किया। पूर्व एशियाई चैंपियन और दो बार के ओलंपियन ने विवादास्पद क्वार्टरफाइनल मुकाबले में अखिल भारतीय पुलिस के अशोक को 5-0 से हराया। हालांकि अशोक ने स्थानीय प्रबल दावेदार को हेडबट किया, जिससे 23 वर्षीय शिव के माथे से खून निकलने लगा।  हालांकि इस कठिन क्षण को मात देते हुए वह जीत दर्ज करने में सफल रहे, लेकिन उन्हें सीधे डाक्टर के पास ले जाया गया। शिव ने कहा कि वह आज भी प्रतियोगिता में भाग लेंगे जिसने खून निकलने के बावजूद तीन राउंड पूरे किए। हालांकि अन्य मुक्केबाजों के लिए भी दिन आसान नहीं रहा।

राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदकधारी मनोज कुमार (69 किग्रा) और एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदकधारी एल देवेंद्रो सिंह (52 किग्रा) को अपनी क्वार्टरफाइनल बाउट में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा।अन्य मैचों को देखें तो दो बार के एशियाई कांस्य पदकधारी मनोज ने जम्मू कश्मीर के आशीष को 4-1 से शिकस्त दी। देवेंद्रो ने हरियाणा के नीरज के खिलाफ 3-2 से जीत दर्ज की। दिनेश कुमार (91 किग्रा) ने हिमाचल प्रदेश के अभिषेक को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। दिन का एकमात्र उलटफेर दो बार के पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन जसवीर सिंह (91 किग्रा) के हारने का रहा जो मध्य प्रदेश के गौरव से हार गए।आंध्र प्रदेश और हरियाणा ने अपने मुक्केबाजों क्रमश: दुर्गा राव (60 किग्रा) और आशीष (64 किग्रा) के हारने के फैसले के खिलाफ विरोध किया। दुर्गा राव विकास मलिक से जबकि आशीष रोहित टोकस से हार गए। टूर्नामेंट के तकनीकी निरीक्षक किशन नरसी ने कहा कि उनके अंतिम स्कोर टाई था तो हमें जजों की व्यक्तिगत तवज्जो को देखना पड़ा जो संबंधित विजेताओं के पक्ष में रहा।