डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक खिताब का सफल बचाव करने के बाद भारतीय मुक्केबाजी स्टार विजेंदर सिंह एक अप्रैल को मुंबई में जब चीन के डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट चैंपियन जुल्पिकार मियामैतियाली से भिड़ेंगे तो वह दूसरी बेल्ट हासिल करने की कोशिश करेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस मुकाबले में राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता अखिल कुमार और एशियाई चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता जितेंदर कुमार भी हिस्सा लेंगे। उनके प्रतिद्वंद्वी हालांकि अभी तय नहीं किये गये हैं। पिछले साल दिसंबर में 31 वर्षीय विजेंदर ने तंजानिया के फ्रांसिस चेका को हराकर अपना खिताब बरकरार रखा था। वह अभी सर्किट में अजेय हैं और अभी ब्रिटिश ट्रेनर ली बीयर्ड की निगरानी में मैनचेस्टर में अभ्यास कर रहे हैं।

जुल्पिकार के खिलाफ एक अप्रैल को होने वाला मुकाबला उनका देश में तीसरा पेशेवर मुकाबला होगा और अगर वह इसे जीतने में सफल रहते हैं तो फिर विजेंदर के पास दो खिताब होंगे। विजेंदर के भारत में पहले दो मुकाबले दिल्ली में हुए थे। जुल्पिकार ने विजेंदर की तरह पेशेवर सर्किट में 2015 में पदार्पण किया था। उन्होंने अब तक आठ मुकाबले लड़े हैं जिनमें से सात में उन्हें जीत मिली। चीन के नंबर एक मुक्केबाज के नाम पर पांच नॉकआउट जीत दर्ज हैं। उन्होंने पिछले साल जुलाई में तंजानिया के थामस मशाली को हराकर डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल खिताब जीता था। विजेंदर ने अब तक आठ जीत दर्ज की जिनमें से सात में उन्होंने नॉकआउट में जीत हासिल की। सूत्रों ने कहा, ‘इस फाइट नाइट में अन्य मुक्केबाज भी पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण करेंगे।’

विजेंदर ने चेका को किया नॉकआउट, खिताब बरकरार रखा

भारत के मुक्केबाजी स्टार विजेंदर सिंह ने अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए रविवार (18 दिसंबर) को यहां तंजानिया के फ्रांसिस चेका को दस मिनट के अंदर ही नाकआउट करके पेशेवर मुक्केबाज के रूप में अपना अजेय अभियान जारी रखने के साथ ही डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक का अपना खिताब बरकरार रखा। विजेंदर ने त्यागराज स्टेडियम में पूर्व विश्व चैंपियन चेका के खिलाफ दस राउंड के मुकाबले के तीसरे राउंड में ही जीत दर्ज की। उन्होंने बाद में कहा, ‘मैंने इस मुकाबले के लिये मैनचेस्टर में दो महीने तक कड़ा अभ्यास किया था। मैं अपने सभी कोचों का आभार व्यक्त करता है। चेका ने बहुत बातें की थी लेकिन मैं अपने मुक्कों की ताकत में विश्वास रखता हूं और मैंने वही किया।’ रिंग के इर्द गिर्द कई हस्तियां मौजूद थी। पांच बार के विश्व चैंपियन एम सी मेरीकोम से लेकर गृह राज्यमंत्री किरण रिजजु तथा पहलवान सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त भी विजेंदर का हौसला बढ़ा रहे थे। आगे की पंक्ति में हालांकि जिस व्यक्ति ने सभी ध्यान अपनी तरफ खींचा वह योग गुरु बाबा रामदेव थे। उन्होंने सुशील के साथ स्टेडियम में कदम रखा और तालियों के साथ उनका स्वागत किया गया।

जब मुकाबला शुरू हुआ तो चेका ने थोड़ी तेजी दिखायी लेकिन भारतीय ने जल्द ही लय हासिल कर ली और चेका को करारे अपरकट से हिला कर रख दिया। चेका दूसरे राउंड में बैकफुट पर पहुंच गये क्योंकि विजेंदर के करारे मुक्कों का उनके पास कोई जवाब नहीं दिख रहा था। विजेंदर ने अपनी पहुंच का भी फायदा उठाया। अपनी छोटी पहुंच के कारण जहां चेका को संतुलन बनाने में दिक्कत हो रही थी वहीं विजेंदर ने अपने हाथों की लंबाई का अच्छा उपयोग किया। इससे पहले राजेश कुमार ने 61 किग्रा भार वर्ग में युगांडा के मुबारक सेगुया को जजों के दिये गये अंकों के आधार पर 39-37 37-38 39-37 से हराया। दीपक तंवर (67 किग्रा) के सामने इंडोनेशिया के सुतरियानो बारा ब्वॉयज थे। यह मुकाबला बेमेल लगा और दीपक ने आसानी से अपने प्रतिद्वंद्वी को नॉकआउट किया। दीपक की यह चौथी जीत है और उन्होंने अपना अजेय अभियान बरकरार रखा।

खेल जगत की और ख़बरों के लिए क्लिक करें…