पूजा घटकर ने शुक्रवार (24 फरवरी) को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में जीतने कांस्य पदक का श्रेय अपने कोच और दिग्गज ओलंपियन गगन नारंग को दिया। अपने करियर का सबसे शानदार प्रदर्शन करने के बाद पूजा ने अपनी सफलता का श्रेय नारंग को देते हुए कहा कि उन्होंने उनके करियर को निखारने में बड़ी भूमिका निभाई। पूजा ने जब महिला 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता तब नारंग भी दर्शकों के बीच मौजूद थे।

पहली बार विश्व कप में पदक जीतने के बाद पूर्व एशियाई चैम्पियन पूजा ने पदक वितरण समारोह के दौरान कहा, ‘‘मैंने कोई योजना नहीं बनाई थी लेकिन गगन नारंग ने बड़ी भूमिका निभाई और मानसिक तथा तकनीकी रूप से मेरा समर्थन किया। मानसिक और तकनीकी रूप से उन्होंने मेरी काफी मदद की। कल (गुरुवार, 23 फरवरी) शाम हम बात कर रहे थे और उन्होंने मुझे जो भी बताया, उसका इस्तेमाल मैंने आज किया और इससे मदद मिली।’

काफी कम उम्र में पिता को गंवाने वाली पूजा ने फाइनल में 228 . 8 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया।
पूजा मामूली अंतर से रियो ओलंपिक के क्वालीफाई करने से चूक गयी थी और उन्होंने कहा कि इस टूर्नामेंट की घोषणा होने के बाद से उनकी नजरें इस पर टिकी थी। उन्होंने कहा, ‘पिछले साल जब दिल्ली विश्व कप की घोषणा हुई थी तो मैंने इसमें पदक जीतने का सपना देखा था।’

इस दौरान मौजूद नारंग ने कहा कि पूजा ने कोचिंग देने के लिए उन्हें लगभग ‘ब्लैकमेल’ किया था। उन्होंने कहा, ‘उसने जब मुझसे पूछा था तो कोचिंग देने के लिए लगभग ब्लैकमेल किया था। मैंने देखा कि उसे अपने मैच जीतने में परेशानी हो रही है, वह क्वालीफिकेशन में अच्छा स्कोर कर रही है लेकिन प्रतियोगिता और फाइनल में नहीं। इसलिए हमने इसका हल निकालने की सोची, रणनीतिक रूप से हम इस बार काफी हद तक लक्ष्य पर रहे।’

निशानेबाजी विश्व कप में पूजा को कांस्य पदक, दीपक एयर राइफल में 5वें स्थान पर

पूजा घटकर ने कुछ तकनीकी दिक्कतों से उबरते हुए शुक्रवार (24 फरवरी) को यहां महिला 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीता जिससे भारत ने अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप में सकारात्मक शुरुआत की। पहली बार विश्व कप में हिस्सा ले रहे दीपक कुमार ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन 185.4 अंक के साथ पुरुष 10 मीटर एयर राइफल में पांचवें स्थान पर रहे। इसी स्पर्धा में फाइनल में जगह बनाने वाले आठ निशानेबाजों में रवि कुमार आठवें और अंतिम स्थान पर रहे। उन्होंने 122.0 अंक जुटाए। क्वालीफिकेशन के बाद ये दोनों क्रमश: चौथे और छठे स्थान पर थे। महिला ट्रैप स्पर्धा में राजेश्वरी कुमारी (17वें), सीमा तोमर (22वें) और मनीषा (29वें) तीनों ही क्वालीफिकेशन राउंड से आगे बढ़ने में नाकाम रही।

भारत के नजरिये से आज (शुक्रवार, 24 फरवरी) का दिन 27 साल की पूजा के नाम रहा जिन्होंने ‘ब्लाइंडर’ के टूटने के बावजूद धैर्य कायम रखते हुए पोडियम पर जगह बनाई। पूर्व एशियाई चैम्पियन पूजा ने फाइनल में 228.8 अंक जुटाए और यहां डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में विश्व कप में अपना पहला पदक जीता। चीन की मेंगयाओ शी ने 252.1 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीतते हुए स्पर्धा में नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। मेंगयाओ की हमवतन डोंग लिजी ने प्रतियोगिता के पहले दिन 248.9 अंक के साथ रजत पदक अपने नाम किया।