रेसलर नरसिंह यादव के डोप टेस्ट में फेल होने को भारतीय कुश्ती संघ ने साजिश करार दिया है। कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि फैडरेशन का मानना है कि यादव निर्दोष है। नरसिंह के साथ अन्याय हुआ है। उम्मीद है कि कमिटी न्याय करेगी। कुश्ती संघ का बयान नरसिंह के डोप टेस्ट में फेल होने के एक दिन बाद आया है। सिंह ने कहा, ”नरसिंह और उसका रूममेट संदीप तुलसी यादव दोनों एक ही दवा से पॉजीटिव मिले हैं। नरसिंह ने लिखित में दिया है कि उनके खिलाफ साजिश रची गई। मैं खुद भी इस बात से सहमत हूं और देश भी।”
डोपिंग में पॉजीटिव पाए जाने के बाद नरसिंह पर छह महीने के प्रतिबंध का खतरा मंडरा रहा है। नरसिंह अब इसी सप्ताह नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी के पैनल के सामने पेश होंगे। पांच जुलाई को उनका टेस्ट किया गया था जिसमें वे पॉजीटिव पाए गए थे। उनका ‘बी’ सैम्पल भी पॉजीटिव मिला था।इधर, नरसिंह ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, ”मैं इतना अच्छा खेल रहा हूं। प्रतिबंधित स्टीरॉयड क्यों लूंगा? सीबीआई जांच की जानी चाहिए। पूरे मामले में गड़बड़ी की गई है। मैं एक जिम्मेदार खिलाड़ी हूं। मुझे पता है देश की मुझसे आशा और उम्मीदें हैं। मैं उम्मीद तोड़ने की सोच भी नहीं सकता। मैं खुद हैरान हूं। मुझे रियो भेजा जाना चाहिए। उम्मीद करता हूं कि सब कुछ जल्द ही सुलझ जाएगा।”
नरसिंह के रूममेट संदीप ने बताया कि उन्हें लगता है कि किसी ने उनके खाने में प्रतिबंधित दवा मिलाई है। इस मामले पर केंद्र सरकार ने भी रिपोर्ट मांगी है। खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि नरसिंह रियो जाएंगे या नहीं यह पूरी जांच के बाद ही पता चल पाएगा। यदि नेशनल एंटी डोपिंग डिसिप्लिनरी पैनल ने उन्हें निर्दोष करार दिया तो नरसिंह को भेजा जाएगा। अभी उन पर अस्थायी प्रतिबंध है। गौरतलब है कि नरसिंह 74 किलो भार वर्ग कुश्ती में भारत की ओर से रियो ओलंपिक्स में हिस्सा लेने वाले थे।
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