अमेरिका के महान ट्रेनर जो क्लो भारतीय मुक्केबाजों की आक्रामकता और प्रतिस्पर्धा को देखकर मानते हैं कि अगला फ्लोयड मेवैदर यहां से निकल सकता है। इवैंडर होलीफील्ड, जोनी बम्फस, शुगर रे सील्स और रोकी लोकरिज को ट्रेनिंग दे चुके क्लो पेशेवर मुक्केबाजी में काफी सम्मान रखते हैं। 73 वर्षीय जो क्लो 1972, 1976 और 1977 में अमेरिका की राष्ट्रीय एएयू एमेच्योर ‘कोच ऑफ द ईयर’ रह चुके हैं। इसके अलावा वह 1979 में मोहम्मद अली मुक्केबाजी क्लब के मुख्य कोच भी रह चुके हैं।
हाल में गठित भारतीय मुक्केबाजी परिषद द्वारा नियुक्त किये गये क्लो पुणे में मुक्केबाजों को ट्रेनिंग देते हैं लेकिन शनिवार (23 अप्रैल) को राजधानी में होने वाली आईबीसी फाइट कार्ड के लिये यहां पर हैं जिसमें 10 फाइट होंगी। क्लो उस विश्व मुक्केबाजी सीरीज के तकनीकी निदेशक थे जो अब खत्म हो गयी है। उन्होंने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘मैं उन्हें बेहतर मुक्केबाज बनाने की कोशिश कर रहा हूं, इनमें से कुछ सचमुच भरोसा करते हैं, जबकि कुछ तो आपकी परवाह ही नहीं करते कि आप क्या कह रहे हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने की कोशिश कर रहा हूं, कुछ मुक्केबाजों का आत्मविश्वास काफी गिरा हुआ है। मैं उनका कोच हूं।’’