भारतीय भारोत्तोलकों ने हाल में उज्बेकिस्तान के ताशकंद में समाप्त हुई सीनियर एशियाई चैंपियनशिप में रियो ओलंपिक के लिए दो (पुरुष और महिला वर्ग में एक-एक) कोटा स्थान हासिल किए। भारतीय महिला भारोत्तोलकों ने 100 अंक हासिल करके तीसरा स्थान हासिल किया जबकि पुरुषों ने 129 अंक बनाये और छठे स्थान पर रहे। इस आधार पर भारत को अगस्त में रियो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिये दो सीट मिल गई।

भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) सभी भार वर्गों में ट्रायल करके दो भारोत्तोलकों का चयन करेगा। इनमें से एक पुरुष और एक महिला भारोत्तोलक होगी जो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। आईडब्ल्यूएलएफ के उपाध्यक्ष सहदेव यादव ने कहा, ‘‘हमने पुरुष और महिला वर्ग में एक एक और इस तरह से कुल दो कोटा स्थान सुरक्षित किये हैं। अब हम रियो खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिये दो सर्वश्रेष्ठ भारोत्तोलकों का चयन करने के लिए ट्रायल करेंगे।’’

यादव ने कहा कि ट्रायल की तिथि का फैसला बाद में किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने भारोत्तोलकों को थकान से उबरने के लिये कुछ समय देंगे और इसके बाद ट्रायल की तिथि का फैसला करेंगे। केवल वही भारोत्तोलक ट्रायल्स में भाग ले पाएंगे जो राष्ट्रीय शिविरों में अभ्यास कर रहे हैं। इसके अलावा हम केवल उन्हीं के नाम पर विचार करेंगे जिनके रहने के स्थान की जानकारी पहले ही वाडा (विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी) के पास है और जो कम से कम दो अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का हिस्सा रहा हो।’’

सीनियर एशियाई चैंपियनशिप 21 से 30 अप्रैल के बीच आयोजित की गई जिसमें भारतीय महिलाओं ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता पूनम यादव (63 किग्रा) ने छठा स्थान हासिल किया जबकि सैखोम मीराबाई चानू (48 किग्रा) और संगोलसेम तसाना चानू (58 किग्रा) ने सातवां स्थान हासिल किया।

संजीता चानू ने महिलाओं के 48 किग्रा में नौवां स्थान हासिल किया। मीराबाई चानू ने 48 किग्रा में स्नैच में 84 किग्रा भार उठाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया जबकि ओवरऑल 190 किग्रा वजन उठाकर राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की। वर्तमान कोच कुंजारानी देवी ने 2004 एथेंस ओलंपिक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।

यादव ने कहा कि यदि मीराबाई चानू अगले तीन महीनों में अपने प्रदर्शन में सुधार करके चार किग्रा वजन और उठा लेती है तो वह रियो खेलों में पोडियम तक पहुंच सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘मीराबाई ने ताशकंद में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और हम सुनिश्चित करना चाहेंगे कि वह आगे चार किग्रा और वजन उठाने में सफल रहे। यदि वह ऐसा कर लेती है तो ओलंपिक में कांस्य पदक जीत सकती है।’’ लंदन ओलंपिक में महिलाओं के 48 किग्रा में कांस्य पदक विजेता ने 192 किग्रा भार उठाया था।

ओलंपिक क्वालीफिकेशन का एक और मौका मिलेगा भारतीय एथलीटों को
भारतीय एथलीटों को एनआइएस पटियाला में छह मई को इंडियन ग्रां प्री एथलेटिक्स मीट के दूसरे चरण में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का एक और मौका मिलेगा। दूसरे चरण के दौरान पुरुष वर्ग में दस और महिलाओं की आठ स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी। यह रियो खेलों के लिए तीसरी क्वालीफिकेशन प्रतियोगिता होगी।

इस सत्र में अब पहली इंडियन ग्रां प्री और फिर फेडरेशन कप राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन दिल्ली में किया गया था। प्रत्येक स्पर्धा में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में शीर्ष आठ स्थानों पर रहने वाले एथलीट हिस्सा लेंगे।