CWG 2018 Live Updates, Commonwealth Games 2018 Day 5:भारत की मिश्रित बैडमिंटन टीम ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के पांचवें दिन इतिहास रचते हुए पहली बार स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। भारतीय टीम ने मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में मौजूदा विजेता मलेशिया को 3-1 से मात देते हुए पहली बार सोने का तमगा हासिल किया। एक समय भारत 2-0 से आगे था, लेकिन मलेशिया ने अगला मैच जीत भारत की मुश्किलों को बढ़ा दिया। हालांकि लंदन ओलम्पिक-2012 में भारत को कांस्य दिलाने वाली सायना नेहवाल ने रोचक मुकाबले में जीत हासिल करते हुए भारत की झोली में स्वर्ण पदक डाला। इससे पहले भारत ने कभी भी राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन की टीम स्पर्धा में स्वर्ण नहीं जीता था।

फाइनल मुकाबले का पहला मैच मिश्रित युगल का था जिसमें सात्विक रंकीरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी का सामना मलेशिया की पेंग सून चान और लियू यिंग गोह से था। भारतीय जोड़ी को यह मुकाबला जीतने के लिए थोड़ा संघर्ष करना पड़ा। पहला गेम जीतने के बाद भारतीय जोड़ी दूसरा गेम हार गई। सत्विक और पोनप्पा की जोड़ी ने चान और यिंग की जोड़ी को 21-14, 15-21, 21-15 से मात दी। यह मैच एक घंटे पांच मिनट तक चला। इससे भारत 1-0 से आगे हो गया।

दूसरा मैच पुरुष एकल वर्ग का था जहां भारत के वर्ल्ड नंबर-2 किदाम्बी श्रीकांत का सामना दिग्गज खिलाड़ी ली चोंग वेई से था। श्रीकांत ने पूर्व नंबर-1 वेई को 43 मिनट तक चले मुकाबले में सीधे गेमों में 21-17, 21-14 से मात दी। इसी जीत ने भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी। वर्ल्ड नंबर-6 वेई के खिलाफ श्रीकांत की यह पांच मैचों में पहली जीत है।

मुकाबले का तीसरा मैच पुरुष युगल वर्ग का था जहां भारत की जीत का दारोमदार सात्विक और चिराग शेट्टी की जोड़ी पर था। उनके सामने ओलम्पिक रजत पदक विजेता वी शेम गोह और वी कियोंग तान की जोड़ी थी। मलेशियाई जोड़ी ने भारतीय जोड़ी को 21-15, 22-20 से मात देकर अपनी टीम को पहली जीत दिलाई। इस मैच को जीत कर मलेशिया ने वापसी की कोशिश की और स्कोर 1-2 कर लिया।

चौथा मैच महिला एकल वर्ग का था जिसमें टीम की जिम्मेदारी वर्ल्ड नंबर-12 सायना पर थी। सायना ने सोनिया चेह को तीन गेमों तक चले कड़े मुकाबले में 21-11, 19-21, 21-9 से मात देकर भारत की झोली में स्वर्ण डाला।

CWG 2018 Updates, Commonwealth Games 2018 Day 5

– राष्ट्रमंडल खेलों के पांचवें दिन सोमवार को भारत को भारोत्तोलन में सिर्फ एक पदक मिला। तीन भारोत्तोलक पदक से महरूम रहे। पुरुषों की 105 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में प्रदीप ने भारत को रजत पदक दिलाया। गुरदीप 105 किलोग्राम भारवर्ग से ज्यादा की स्पर्धा में पदक से चूक गए। महिलाओं में 90 किलोग्राम भारवर्ग में लालचानहीमी और 90 किलोग्राम भारवर्ग से ज्यादा की स्पर्धा में पूर्णिमा पांडे ने निराश किया। इन राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को अधिकतम स्वर्ण पदक भारोत्तोलन से ही मिले हैं। पांचवें दिन भी भारत के हिस्से पहला पदक स्वर्ण आता लग रहा था, लेकिन प्रदीप थोड़ी से चूक कर गए।

– महिलाओं की 10,000 मीटर स्पर्धा में भारत की लोगानाथन सूर्या को हार का सामना करना पड़ा। केरारा स्टेडियम में हुई स्पर्धा में कुल 19 महिला धावकों ने भाग लिया जिसमें से सूर्या 13वें पायदान पर रही। सूर्या ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 32 मिनट 23.56 सेकेंड का समय निकाला। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक यूगांडा की स्टेला चेसैंग ने जीता। सैंग ने 31 मिनट 45.30 सेकेंड में रेस समाप्त की। केन्या के स्टेसी निडिवा ने 31 मिनट 46.36 सेकेंड का समय निकालते हुए रजत पदक पर कब्जा किया। कांस्य पदक यूगांडा की ही मर्सीलाइन चेलनगट ने जीता। उन्होंने 31 मिनट 48.41 सेकेंड का समय निकाला।

– भारत के तेजिंदर सिंह यसोमवार को पुरुषों की गोलाफेंक स्पर्धा के फाइनल में हार गए। गोलफेंक के फाइनल में तेजिंदर सिंह आठवें पायदान पर रहे। तेजिंदर ने 19.42 मीटर की दूरी तक गोला फेंका। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक न्यूजीलैंड के टी. वाल्श के नाम रहा। उन्होंने 21.41 मीटर की दूर तक गोला फेंका। नाईजीरिया के छक्वुयूबुका ने 21.14 मीटर की दूरी तक गोला फेंक कर रजत पदक जीता। कांस्य पदक कनाडा के टिम नेडो के अपने नाम किया। उन्होंने 20.91 मीटर की दूरी तक गोला फेंका।

– भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम ने सोमवार को नाइजीरिया को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया। ओक्सेनफोर्ड स्टूडियोज में खेल गए फाइनल में भारत ने नाइजीरिया को 3-0 से मात दी। फाइनल का पहला मैच एकल वर्ग का था जहां अनुभवी खिलाड़ी अचंता शरथ कमल ने पहला गेम 4-11 से हारने के बाद वापसी करते हुए बोडे अमियोडून को अगले तीन गेम में 11-5, 11-4 और 11-9 से हराकर भारत को 1-0 से आगे कर दिया। दूसरे एकल मुकाबले में भारत के साथियान गणासेकरन को भी पहले गेम में 10-12 से हार का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने भी मैच में शानदार वापसी की और अगले तीन गेम में 11-3, 11-3, 11-4 से जीत दर्ज कर भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया। इसके बाद, तीसरा मैच युगल वर्ग का था जिसमें हरमीत देसाई और साथियान गणासेकरन ने नाइजीरिया की ओलाजीडे ओमोटायो और बोडे अमियोडून की जोड़ी को 11-8, 11-5, 11-3 से हरा दिया।

– भारतीय खिलाड़ी गुरदीप सिंह सोमवार को भारोत्तोलन की 105 किलोग्राम से ज्यादा भारवर्ग की स्पर्धा में पदक से चूक गए। गुरदीप को स्पर्धा में चौथा स्थान मिला। उन्होंने स्नैच में 175 का सर्वाधिक भार उठाया तो वहीं क्लीन एंड जर्क में 207 का सर्वाधिक भार उठाया। उनका कुल स्कोर 207 रहा। क्लीन एंड जर्क में गुरदीप के दो प्रयास और स्नैच में एक प्रयास असफल रहा और इसी कारण वह पदक से चूक गए। न्यूजीलैंड के डेविड लिटी ने 403 का कुल स्कोर कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। उन्होंने गेम रिकार्ड बनाते हुए सोने का तमगा हासिल किया।

– भारतीय एथलीट मोहम्मद अनस ने पुरुषों की 400 मीटर स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर लिया। मोहम्मद अनस ने सेमीफाइनल की तीसरी हीट में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया। अनस ने 45.44 सेकेंड का समय निकाला। सेमीफाइनल में तीन हीट हुई और हर हीट में से शीर्ष दो खिलाड़ी ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। इन छह खिलाड़ियों के अलावा, तीनों हीट में रेस को सबसे तेजी से समाप्त करने वाले अगले दो खिलाड़ियों को भी फाइनल में प्रवेश मिला। फाइनल में कुल आठ खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। तीसरी हीट में दूसरे पायदान पर जमैका के रूशीन मैक्डोनाल्ड रहे। उन्होंने 45.77 का समय निकाला।

– भारतीय खिलाड़ी गुरदीप सिंह भारोत्तोलन की 105 किलोग्राम से ज्यादा भारवर्ग की स्पर्धा में पदक से चूक गए। गुरदीप को स्पर्धा में चौथा स्थान मिला। उन्होंने स्नैच में 175 का सर्वाधिक भार उठाया तो वहीं क्लीन एंड जर्क में 207 का सर्वाधिक भार उठाया। उनका कुल स्कोर 207 रहा। क्लीन एंड जर्क में गुरदीप के दो प्रयास और स्नैच में एक प्रयास असफल रहा और इसी कारण वह पदक से चूक गए। न्यूजीलैंड के डेविड लिटी ने 403 का कुल स्कोर कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।

– भारतीय महिला भारोत्तोलकों लालचानहीमी और पूर्णिमा पांडे को पांचवें दिन अपने-अपने भारवर्ग में हुई स्पर्धाओं में हार का सामना करना पड़ा। लालचानहीमी को 90 किलोग्राम भारवर्ग में और पूर्णिमा को 90-प्लस किलोग्राम भारवर्ग में की पदक दौड़ में हार का सामना करना पड़ा। स्नैच में पूर्णिमा ने 94 किलो का भार उठाकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, वहीं क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 118 का सबसे अधिक भार उठाकर अच्छा प्रदर्शन किया। पूर्णिमा स्नैच और क्लीन एंड जर्क में अपने किसी भी प्रयास में असफल नहीं रहीं, लेकिन अन्य प्रतिभागियों ने उनसे अधिक भार का चुनाव करते हुए सफलता हासिल की और ऐसे में वह पदक की दावेदारी से बाहर हो गईं।