ओलंपिक में भाग लेने वाला पहला भारतीय पेशेवर मुक्केबाज बनने की मुहिम के तहत डब्ल्यूबीसी एशियाई खिताबधारी नीरज गोयत, गौरव बिधुड़ी और दिलबाग सिंह वेनेजुएला के वारगास में रियो खेलों के लिए होने वाले अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। वेनेजुएला में होने वाला टूर्नामेंट पेशेवर और एमेच्योर के बीच अंतर का ऐतिहासिक अंत होगा।
गौरव (49 किग्रा), नीरज (69 किग्रा) और दिलबाग (81 किग्रा) सोमवार (4 जुलाई) को इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट का पहला राउंड खेलेंगे। पिछले महीने एआईबीए की कांग्रेस में फैसला किया गया कि पेशेवर मुक्केबाजों को ओलंपिक में भाग लेने का मौका मुहैया कराया जाये जो पांच अगस्त से रियो डि जिनेरियो में आयोजित होंगे। टूर्नामेंट में पूरी दुनिया के पेशेवर मुक्केबाजों के अलावा एआईबीए के खुद के पेशेवर टूर्नामेंट – मुक्केबाजी विश्व सीरीज और एआईबीए प्रो मुक्केबाजी – में भाग लेने वाले मुक्केबाज शिरकत करेंगे।
हालांकि प्रो सर्किट का कोई भी बड़ा नाम इस टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध नहीं हुआ है, जिसमें उन्होंने कई कारण दिए हैं जैसे फिटनेस, तैयारी के लिए समय की कमी और अपने प्रोमोटर द्वारा प्रतिबंध लगाने की धमकी आदि। एआईबीए की अधिकारिक प्रविष्टियों के अनुसार 40 देशों के 79 मुक्केबाज वारगास में उपलब्ध होने वाले 26 कोटा स्थान हासिल करने की कोशिश करेंगे। इसमें भाग लेने वाले सभी तीन भारतीय मुक्केबाजों को रियो स्थान सुनिश्चित करने के लिये या तो फाइनल तक पहुंचना होगा या फिर ‘बॉक्स ऑफ’ जीतना होगा जो सेमीफाइनल में हारने वाले मुक्केबाजों के बीच होगा।
नीरज और दिलबाग डब्ल्यूबीसी प्रो सर्किट में नियमित रूप से भाग लेते हैं, जिससे वे इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए योग्य हो सके। गौरव ने डब्ल्यूएसीबी में अपने तीन कार्यकाल में चार बाउट जीती हैं और इतनी ही गंवायी हैं। नीरज सोमवार (4 जुलाई) को यूनान के दिमित्रोस पालीकोस सागक्राकोस के खिलाफ रिंग में उतरेंगे और अगर वह जीत दर्ज कर लेते हैं तो सेमीफाइनल में पहुंच जाएंगे।
नीरज ने 11 प्रो बाउट में से सात में जीत दर्ज की है, उन्होंने कहा, ‘हम सभी आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और निश्चित रूप से ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाला पहला भारतीय प्रो मुक्केबाज बनकर देश को गौरवान्वित करेंगे। यह हमारे लिए ऐतिहासिल मौका है और हम निश्चित रूप से इसमें जीत दर्ज करने की करेंगे।’ वहीं शुरुआती राउंड में गौरव की भिड़ंत यूक्रेन के माकसिम फतिच से होगी। दिल्ली का यह मुक्केबाज भी अगर जीत दर्ज कर लेता है तो सेमीफाइनल में पहुंच जायेगा और तब उसकी भिड़ंत शीर्ष वरीय और स्थानीय दावेदार योएल सेगुंडो फिनोल रिवास से होगी। रिवास अमेरिकी मुक्केबाजी परिसंघ की महाद्वीपीय चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदकधारी हैं।
दिलबाग का सामना मोलदोवा के पेत्रु सियोबानू से होगा। दिलबाग के वर्ग का ड्रा काफी बड़ा है जिससे उसे अंतिम चार चरण तक पहुंचने के लिए दो बाउट जीतनी होंगी। अभी तक तीन भारतीय मुक्केबाज शिव थापा (56 किग्रा), मनोज कुमार (64 किग्रा) और विकास कृष्ण (75 किग्रा) ने एमेच्योर के लिए क्वालीफायर के जरिए ओलंपिक का टिकट पक्का किया है।

